DESK : पूर्व मंत्री की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही है। दुष्कर्म के मामले में एक हफ्ते पहले ही जेल से बाहर आए थे कि फिर उनको पुलिस ने दबोच लिया है। इस बार धोखाधड़ी ,जालसाजी और धमकी देने का आरोप के मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया है, जहां से कोर्ट में पेशी के बाद पूर्व मंत्री को एक बार फिर से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है । फिलहाल उन्हें केजीएमयू में भर्ती हैं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति को एक बार फिर से गिरफ्तार कर लिया गया है। अखिलेश यादव Akhilesh yadav के कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री रहे गायत्री प्रजापति Gayatri prajapati पर धोखाधड़ी जालसाजी और धमकी देने का आरोप है। इस मामले में शुक्रवार को ही गायत्री प्रजापति Gayatri prajapati के खिलाफ एक एफ आई आर दर्ज की गई थी। यह यह एफ आई आर दुष्कर्म के आरोप लगाने वाले महिला के पूर्व वकील दिनेश चंद्र त्रिपाठी ने करवाई थी।
वकील ने इस मामले में पीड़ित महिला को भी आरोपी बनाया है। इतना ही नहीं वकील दिनेश चंद्र त्रिपाठी का आरोप है. कि रेप मामले में पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति ने मामले को सेटल करने के लिए पीड़िता को करोड़ों की संपत्ति दी है ।इसके लेनदेन के पुख्ता सबूत भी मौजूद हैं।
एफ आई आर दर्ज कराने वाले वकील का आरोप है की गायत्री प्रजापति Gayatri Prajapati ने रेप मामले को सेटल करने के लिए दुष्कर्म पीड़िता महिला को करोड़ों की संपत्ति ट्रांसफर की है। इसके पुख्ता सबूत पुलिस को दिए जा चुके हैं। जिसके बाद यह एफ आई आर दर्ज की गई है ।गौरतलब है यह पूरा मामला समाजवादी पार्टी के शासनकाल का है ।जब चित्रकूट से आने वाली एक महिला ने गायत्री प्रजापति Gayatri Prajapati पर रेप का आरोप लगाया था। जिसके बाद 2017 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के खिलाफ केस दर्ज करते हुए गिरफ्तार किया गया था.