PATNA : मुख्यमंत्री पद से नीतीश कुमार के एनडीए छोड़ने के एलान के बाद जदयू और बीजेपी नेताओं के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। जदयू नेता जहाँ बीजेपी पर पार्टी को कमजोर करने का आरोप लगा रहे हैं। वहीँ बीजेपी नेता लगातार नीतीश कुमार पर हमला बोल रहे हैं।
केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा की इसी तेजस्वी यादव ने उनके लिए पल्टूराम शब्द का प्रयोग किया था। लेकिन आज उनकी एक बार फिर महत्वाकांक्षा जगी है। वे देश के प्रधानमन्त्री बनना चाहते है। लेकिन एनडीए ही नहीं देश में भी उनके जगह नहीं है। अब प्रधानमन्त्री तो दूर बिहार की जनता उन्हें सबक सिखाएगी। वे सात जन्म तक प्रधानमन्त्री नहीं बन पाएंगे। बीजेपी पर पार्टी तोड़ने का आरोप को लेकर गिरिराज सिंह ने कहा की उनसे बड़ा पार्टी तोड़ने वाला भला कौन है।
वही केन्द्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा की नीतीश कुमार ने जनादेश के साथ धोखा किया है। उन्होंने जनता की आँखों ने धूल झोंकने का काम किया है। जनता अब इनको आशीर्वाद नहीं श्राप देगी। उनके श्राप से नीतीश विलीन हो जाएंगे। उन्होंने कहा की मैंने पहले ही कहा था जब नाश मनुष्य पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है। नीतीश के अपमान पर उन्होंने कहा की 2020 में मात्र 43 सीट आने के बाद भी बीजेपी ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाया था। अटल जी के समय इनको रेलमंत्री बनाया गया था। फिर कृषि मंत्री बनाया गया। इनके पास मैंडेट नहीं था। इसके बावजूद उन्हें मंत्री बनाया गया था।
अश्विनी चौबे ने कहा की लालू यादव कहा करते थे की इनके पेट में दांत है। कोई ऐसा सगा नहीं, जिसे नीतीश ने ठगा नहीं। अब इनको कोई मदारी नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा की बन्दर और मदारी का खेल खत्म हो गया। अब बिहार में वन्देमातरम का खेल होगा।
वंदना शर्मा की रिपोर्ट