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सुशासन राज है या अपराधी राज? मोतिहारी पुलिस का इकबाल 'अस्त' होते देख 'दहशत' में जिलेवासी, कहां गए ठेकेदार हत्याकांड के गुनाहगार....

सुशासन राज है या अपराधी राज? मोतिहारी पुलिस का इकबाल 'अस्त' होते देख 'दहशत' में जिलेवासी, कहां गए ठेकेदार हत्याकांड के गुनाहगार....

MOTIHARI:  मोतिहारी में अपराधियों के आगे पुलिस ने घुटने टेक दिये हैं। पुलिस का इकबाल इतना कमजोर हो गया कि अब आम आदमी भय के साये में जी रहा। पिछले 10-12 दिनों में अपराधियों ने दो ठेकेदारों की हत्या कर सनसनी फैला दी है। सबसे आश्चर्य की बात तो यह कि मोतिहारी पुलिस क्राइम कंट्रोल व अपराधियों की गिरफ्तारी का सिर्फ दिखावा कर रही। मोतिहारी में ठेकेदार कुणाल की हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा का दावा किया है। नामजद अभियुक्तों में केवल 2 अपराधियों की गिरफ्तारी कर पुलिस ने अपनी ड्यूटी पूरी कर ली। वहीं दो दिन पहले चकिया में एक बड़े ठेकेदार की हत्या में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी में पुलिस के पसीने छूट रहे हैं। जिला पुलिस अभी अंधेरे में ही तीर चला रही है। लेकिन पुलिस भले ही हत्या में शामिल अपराधियों-साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार नहीं कर रही हो लेकिन विरोध में सड़क जाम करने वालों की गिरफ्तारी में जरूर दिलचस्पी दिखा रही।

कुणाल हत्याकांड में केवल 2 को गिरफ्तार कर पुलिस सोई

 मोतिहारी के गायत्री नगर में 4 मई को ठेकेदार कुणाल सिंह की हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद अपराधियों ने ही शव के साथ सड़क जाम कर दिया था।पुलिस ने 72 घंटे के अंदर हत्याकांड के खुलासे का दावा किया। कुणाल सिंह हत्याकांड का खुलासा करने का दावा करते सदर डीएसपी अरुण कुमार गुप्ता ने बताया था कि 4 मई को कुणाल सिंह की हत्या में शामिल मंटू मिश्रा और सोनू पांडे को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार दोनों बदमाश सेंट्रल जेल में बंद एक कुख्यात अपराधी के ठेके को मैनेज करने का काम करते थे.हालांकि इस घटना में परोक्ष-अपरोक्ष रूप से शामिल अन्य अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में पुलिस विफल रही है। पुलिस मानो अब भूल गई है कि इस केस में अन्य आरोपियों को गिरफ्तार भी करना है। हां...पुलिस को इतना जरूर याद है कि हत्या के बाद विरोध में सड़क जाम करने वालों को हर हाल में जेल भेजना है। लिहाजा नगर थाने के जांबाज पुलिस कर्मी आम लोगों को जेल में ठूंस रहे हैं या फिर प्रताड़ित कर रहे। जानकार बताते हैं कि नगर थाने की पुलिस को अपराधियों को गिरफ्तार करने में दिलचस्पी नहीं। उन्हें सड़क जाम में बेकसूरों को फंसाने में दिलचस्पी है। 

ठेकेदार जयप्रकाश मर्डर केस में पुलिस के हाथ खाली 

अब दूसरी घटना का जिक्र करते हैं। सोमवार को एक बार फिर अपराधियों ने चकिया में दिनदहाड़े गोलियों से भूनकर ठेकेदार जयप्रकाश साह की हत्या कर दी. ठेकेदार जयप्रकाश चकिया के एऩएच 27 फोरलेन के किनारे एक लाईन होटल में नाश्ता कर रहे थे, तभी पल्सर मोटरसाईकिल पर सवार दो अपराधियों ने अंधाधुंध गोलीबारी की.जिससे ठेकेदार की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। ड्राईवर राधे श्याम यादव भी तीन गोली लगने से गम्भीर रुप से घायल हो गया. तीन गोलियां लगने के बाद भी ड्राईवर ने हिम्मत दिखाई और कार लेकर करीब 38 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए मोतिहारी नगर के एक निजी अस्पताल पहुंचा जहां गम्भीर हालत में ड्राईवर का इलाज किया जा रहा है जबकि ठेकेदार की मौत हो गई. इसके अलावे मंगलवार को भी जिले में कई थानाध्यक्षों में मर्डर की वारदात हुई है।  

दावे को हकीकत में बदले पुलिस

पुलिस घटना के बाद से ही दावा कर रही है कि अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी होगी। लेकिन चकिया मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई। वहीं मोतिहारी में ठेकेदार मर्डर केस में शामिल अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी को लेकर भी पुलिस दिलचस्पी नहीं ले रही। 

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