मसौढ़ी। धनरुआ में जनवितरण प्रणाली के बिक्रेताओं के साथ शुक्रवार को बैठक करने पहुंचे मसौढ़ी एसडीओ संजय कुमार का धनरुआ व छाती पंचायत के दर्जनों किसानों ने बैठक के बाद प्रखंड परिसर में घेराव कर जमकर हंगामा किया। किसानों का आरोप था कि उनके पंचायत के पैक्स अध्यक्ष व प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी की मिली भगत से धान खरीद में घोर अनियमितता की जा रही है। उनके द्वारा बिचौलियों के हाथो किसानों के नाम पर धान खरीदी जा रही है जबकि वास्तविक किसानों का धान अभी भी उनके खलिहान में पड़े हैं।
कार्यालय के लगा रहे हैं चक्कर
हंगामा कर रहे किसानों में संजय कुमार , उमेश कुमार , बिल्लू रविदास , ब्रजलाल प्रसाद सिंह , शांति देवी , सरबतिया देवी समेत अन्य किसानों का आरोप था कि वे खेतिहर किसान हैं और अपना धान बेचने के लिए पैक्स गोदाम व बीसीओ कार्यालय का बीते 15 दिनों से चक्कर काट रहे हैं। लेकिन इसके बाद भी उनके धान खरीदारी नहीं की जा रही है ! आक्रोशित किसानों ने एसडीओ यह भी धमकी दिया कि अगर उनका धान नहीं ख़रीदा गया तो वे लोग अपना अपना धान लेकर प्रखंड कार्यालय पर पहुंच जाएंगें और धान को वहीँ फेंक देंगे। इधर छाती पंचायत के किसानों का आरोप था कि किसान सलाहकार के द्वारा सर्वेक्षण में किसानों की सूचि बनाई गई उसमें घोर अनियमितता बरती गई। कहा जा रहा है कि उनके गांव के 49 किसानों का धान ख़रीदा गया जबकि सच्चाई यह है कि अभी भी गांव के 83 किसान धान खरीद की राह देख रहे हैं।
एसडीओ ने कहा - खरीदी का लक्ष्य पूरा
गौरतलब है कि धान खरीद की अंतिम तारीख 21 फरवरी है। धनरुआ में धान खरीद का लक्ष्य 16 हजार 415 एमटी रखा गया है जबकि अबतक 14 हजार एमटी धान की खरीद हो चुकी है। इस दौरान हंगामा कर रहे ग्रामीणों को एसडीओ ने इस बाबत लिखित देने की बात कह उन्हें किसी तरह समझा बुझाकर शांत कराया। इस बाबत उन्होंने बताया कि धान खरीद का लक्ष्य लगभग प्राप्त कर लिया गया है। लेकिन इसके बाबजूद कई किसान अपना धान नहीं ख़रीदे जाने का आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे धान खरीद की तिथि को और आगे बढ़ाये जाने की लिखित मांग जिलाधिकारी से किया है। आदेश के बाद इस संबंध में आगे की कार्रवाई की जाएगी।