DESK: गोपालगंज के हलुआड़, तिवारी टोला में माता पार्वती सह हनुमत प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ का भव्य आयोजन किया गया है। यज्ञाचार्य के रूप में अयोध्या के प्रख्यात महाराज श्री श्री 1008 श्री विद्दा भास्कर जी महाराज की मौजूदगी रहेगी। य़ज्ञ समिती के अध्यक्ष राजेश तिवारी और उपाध्यक्ष धन्नंजय तिवारी ने बताया कि यज्ञ की तैयारी जोरो पर चल रही है। सभी ग्रामीण तन-मन धन से लगे हुए हैं। जिसके चलते ये सब संभव हो पाया है। कलश यात्रा के दौरान हजारों की संख्या में महिलाएं पैदल जाकर माथे पर गंगा जल लाकर य़ज्ञ की शुरआत करती है।
उन्होंने बताया की यज्ञ शुरू होने के साथ हनुमान जी महाराज और माता पार्वती के रोजाना आरती एवं पूजन के बाद वाराणसी की प्रवचनकर्ता अर्चना मणि पराशर जी के मुख से आशीर्वचन सुनने का मौका मिलेगा। राजेश और धन्नजय ने बताया कि दिप प्रज्वलन कार्यक्रम के दौरान कई बड़े महंतों के साथ मौके पर राज्य के दर्जनों बड़े नेता मौजूद रहेंगे। जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर की दूरी पर पूरब दिशा में स्थित यह गांव बरौली प्रखंड मुख्यालय से 6 किलोमीटर की दूरी पर है। हलुआड़, तिवारी टोला के ग्रामीणों ने इससे पहले भी बाबा त्रिकालेश्वर नाथ महादेव जी के प्राण प्रतिष्ठा के दौरान भव्य यज्ञ का आयोजन किया था। मान्यता है कि बाबा त्रिकालेश्वर नाथ महादेव जी के शरण से कोई खाली हाथ नहीं लौटता। अगर उसके मन में सच्ची श्रद्धा हो तो।
यज्ञ की तैयारी में जुटे मंदिर के पुजारी विश्वनाथ तिवारी और ग्रामीण शंकर तिवारी, मनीष तिवारी, उत्तम तिवारी, दयानंद तिवारी, गुप्तेश्वर तिवारी, दीन दयाल तिवारी, केशव तिवारी, जितेंद्र तिवारी, नेहाल तिवारी, झुलन सिंह, निखिल तिवारी समेत रामजन्म तिवारी ने बताया कि यज्ञ में बाहर से आने वाले किसी श्रद्धालु को किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो इसके लिए गांव के सभी नवयुवक वालंटियर के तौर पर कार्य करते हैं। यज्ञ के दौरान मेले में श्रद्धालु एवं बच्चों के लिए वृंदा वन की रासलीला मंडली, अयोध्या की रामलीला, सर्कस, राम झूला, मौत का कुआं, सिनेमा हॉल, बाइस स्कॉप जैसे सुविधा भी लगावाएं जा रहे हैं।
महायज्ञ की अवधि 9 मार्च से 15 मार्च तक की रहेगी। पहले दिन यानी 9 मार्च को कलश यात्रा, 10 मार्च को पंचांग पूजन एवं मंडप प्रवेश, 11 मार्च को अरणी मंथन एवं देव पूजन, 12 मार्च को स्तम्भ पूजन, 13 मार्च को पार्वती सह हनुमत प्राण प्रतिष्ठा, 14 मार्च देव पूजन एवं स्तम्भ पूजन , 15 मार्च को पूर्णाहुति एवं भंडारा का आयोजन किया गया है।