ज्ञानवापी परिसर के सर्वे का काम शुरू, कोर्ट के आदेश पर मस्जिद का वैज्ञानिक तरीकों से होगा अध्ययन

VARANASI : सुप्रीम कोर्ट में ज्ञानवापी परिसर को लेकर सुनवाई शुरू होनी है। उससे पहले वाराणसी जिला जज के आदेश पर ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी मामले में परिसर का आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) से वैज्ञानिक सर्वे कराने के लिए सोमवार की सुबह एएसआई की टीम दोनों पक्षों के साथ परिसर में सर्वे की कार्रवाई शुरू करेगी।

इससे पहले सर्वे के लिए रविवार को एएसआइ के विशेषज्ञों की टीम विशेष उपकरणों के साथ बनारस पहुंची। टीम ने कमिश्नर कौशलराज शर्मा, पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन, जिलाधिकारी एस राजलिंगम के साथ पुलिस कमिश्नर के कैंप कार्यालय पर बैठक की। इसमें मंदिर व मस्जिद पक्ष के वकील और वादी भी शामिल थे।

वजूखाने को छोड़ बाकी सभी का होगा सर्वे 

हिंदू पक्ष के वकील मदन मोहन और वादिनी सीता साहू ने बताया कि सोमवार सुबह ASI की टीम ज्ञानवापी परिसर में बेरिकेड के अंदर सर्वे की कार्रवाई शुरू करेगी। इसे लेकर उन्हें अचानक से सूचना मिली. इसके बाद कमिश्नर ऑफ पुलिस की तरफ से दोनों पक्षों को एक साथ मीटिंग के लिए बुलाया गया। कोर्ट ने 21 जुलाई को स्पष्ट आदेश दिया था कि मस्जिद परिसर के अंदर बैरिकेड के एरिया में वजूखाने को छोड़कर बाकी पूरे परिसर की रडार तकनीक समेत अन्य अलग-अलग वैज्ञानिक तकनीकों से सर्वे करके इसकी रिपोर्ट 4 अगस्त तक प्रेषित की जाए। इसे लेकर एएसआई डायरेक्टर को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि खंभे पर मिले निशान और गुंबद पर रडार तकनीक का प्रयोग करके इन सभी की जांच की जाए।

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रहेंगे सुरक्षा के कड़े इंतजाम

सर्वे के दौरान चौक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल बुलाकर ज्ञानवापी परिसर और आसपास तैनात कर दी गई है। शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में चक्रमण करने का निर्देश दिया गया है। रात 12 बजे से श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के चार नंबर द्वार पर फोर्स तैनात किया गया है। रात दो बजे से आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। 

सावन की सोमवारी की भीड़ का रखा जाएगा ख्याल

जिलाधिकारी का कहना है कि अदालत के आदेश का पूरी तरह से पालन किया जाएगा। सर्वे टीम अपनी पूरी तैयारी के साथ आई है। उसे हर तरह का सहयोग प्रदान किया जाएगा। सावन का तीसरा सोमवार भी पड़ रहा है, इसलिए विश्वनाथ मंदिर में भीड़ भी अधिक होगी। इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो।