अमेरिका में हेड क्वार्टर और बिहार में लाखों की ठगी, जमुई पुलिस ने 5 साइबर ठगों को किया गिरफ्तार

BIHAR: देश में साइबर ठगी का मामला लगातार बढ़ते जा रही है। आए दिन लोग इन शातिरों के निशाने पर आ रहे हैं। वहीं पुलिस भी इन ठगो पर नकेल कसने के लिए प्रयासरत है। इसी कड़ी में बिहार के जमुई पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हुई है। दरअसल, जमुई पुलिस ने इंटरनेशनल साइबर ठगों के गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। साथ ही पुलिस ने साइबर फ्रॉड के एक ऐसे नेटवर्क का खुलासा किया है जिसका संचालन यूएसए से होता है।
बता दें कि, जमुई पुलिस ने इस मामले में पांच युवकों को गिरफ्तार किया है। जिनमें से चार युवक छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं जबकि एक युवक सिवान का रहने वाला है गिरफ्तार युवकों में छत्तीसगढ़ का रवि शंकर कुमार, आनंद कुमार, सोनू कुमार एवं हर्ष कुमार शामिल हैं। जबकि सिवान बिहार के संदीप कुमार है। जो इसी गिरोह का सदस्य है। गिरफ्तार युवकों के पास से 15 मोबाइल, तीन लैपटॉप, 16 चेक बुक एवं बैंक पासबुक, 14 एटीएम कार्ड और विभिन्न खातों में 9 लाख रुपये बरामद किया गया है। एसपी के निर्देश पर सभी खाता को फ्रीज करने के लिए आर्थिक अपराध इकाई के माध्यम से संबंध बैंक को निर्देशित कराया गया। अनुसंधान के क्रम में यह ज्ञात हुआ कि इन लोगों का हेड ऑफिस जिनका नाम माइकल रेडी है जो यूएसए से पूरे गिरोह का संचालन करता है। अनाधिकृत ऑनलाइन गेमिंग का सर्वोसर्वा माइकल रेडी है जो यूएसए से काम करने वाले को मोबाइल एवं भाड़े पर लिए गए बैंक अकाउंट का उपयोग करने का निर्देश दिया था। कस्टमर के द्वारा दिए गए ऑनलाइन आईडी शुल्क का पैसा उसी अकाउंट पर आता था।
मिली जानकारी अनुसार इस गिरोह के सदस्य द्वारा अनाधिकृत ऑनलाइन गेमिंग के माध्यम से प्रलोभन देकर ऑनलाइन गेम का खेल कराया जाता था। हवाला के माध्यम से काले धन का आदान प्रदान किया जाता था। इस पूरे मामले में फर्जी सिम, फर्जी खाते का प्रयोग होता था। पुलिस को मिली इस सफलता में ईआरएसएस डायल 112 की महत्वपूर्ण भूमिका है। जमुई के एसडीपीओ डॉक्टर राकेश कुमार पूरे मामले का खुलासा करते हुए जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 23 जून को करीब 1:30 बजे ईआरएसएस डायल 112 को सूचना मिली कि कुछ संदिग्ध व्यक्ति श्रीराम अपार्टमेंट में रहकर साइबर फ्रॉड का काम कर रहा है। श्रीराम अपार्टमेंट एसपी आवास से ही सटा हुआ है। सूचना के आधार पर एसडीपीओ सह साइबर थानाध्यक्ष डॉ राकेश कुमार ने इसकी जानकारी जमुई के एसपी डॉ शौर्य सुमन को दी। एसपी ने एसडीपीओ के नेतृत्व में एक टीम का गठन छापेमारी की गई जिसमें पांचों को दबोचा गया।
वहीं गिरफ्तार पांचों युवकों के द्वारा ऑनलाइन गेमिंग के तहत लगभग 50 लाख की राशि के लेनदेन का की बात सामने आई है। एसडीपीओ कुमार ने बताया कि कस्टमर को हेड ऑफिस से हवाला के माध्यम से जीत की राशि उपलब्ध कराई जाती थी। गिरफ्तार युवकों के पास से उपलब्ध खाते में कस्टमर का जितना पैसा आता था उससे इन युवकों को सैलरी दी जाती थी। बाकी रकम हेड ऑफिस को उनके बताए गए अकाउंट नंबर में भेज दिया जाता था। कई बार हेड ऑफिस के कहने पर कस्टमर को जीत की राशि दी जाती थी।