PATNA: बिहार का स्वास्थ्य महकमा बेपटरी हो गई है या फिर सूबे के लोगों को कंफ्यूज करने का ठेका ले लिया है।तभी तो कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा अलग-अलग जारी किया जा रहा।स्वास्थ्य विभाग किस कदर बीमार हो गया कि उसे समझ में हीं नहीं आ रहा कि आखिर पॉजटिव मरीजों का अंतिम आंकड़ा क्या है?
कोरोना संकट में गैरजिम्मेदार बना महकमा
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी किस कदर गैरजिम्मेदार हैं इसकी बानगी आज एक बार फिर से देखने को मिली।स्वास्थ्य विभाग के ऑफिशियल ट्वीटर हैंडल से दोपहर 12.37 बजे ट्वीट कर जानकारी दी गई कि सुबह 10 बजे तक बिहार में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की कुल संख्या 2310 है।चलिए यहां तक तो सबकुछ ठीक था।लोगों ने मान लिया कि बिहार में 144 नए पॉजिटिव केस मिले हैं।
अपनी हीं रिपोर्ट को खारिज कर दे रहा स्वास्थ्य विभाग
लेकिन थोड़ी हीं देर बाद यानि दोपहर 1.25 बजे स्वास्थ्य विभाग की तरफ एक दूसरा ट्वीट होता है।उसमें बताया गया कि बिहार में कोरोना के 97 नए केस मिले हैं।इस तरह से बिहार में कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 2263 पहुंच गई है।
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को कंफ्यूज करने का ठेका ले लिया?
अब बड़ा सवाल यहीं पर खड़ा हो गया कि बिहार के लोग किस अपडेट को सही मानें,स्वास्थ्य विभाग के पहले ट्वीट को या फिर दूसरी बार जारी की गई सूची को? लगता है कि बिहार का स्वास्थ्य महकमा लोगों को कंफ्यूज करने का ठेका ले लिया है।तभी तो कोरोना मरीजों की संख्या को लेकर कभी कुछ तो थोड़ी देर बाद पलटी मारते हुए कुछ अलग आँकड़ा हीं जारी कर दे रहा है.
दोपहर 12.37 का आँकड़ा देखिए...
दोपहर 1.25 बजे का आंकड़ा
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