PATNA : बिहार में बढ़ते कोरोना संकट के बीच पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन का आरोप लगा है।
बताया जा रहा है कि बुधवार पूर्व सीएम अपने पूरे काफिले के साथ निकले थे। उनके काफिले में शामिल एक के बाद सात गाड़ियां नालंदा होते हुए गुजरीं और हूटर बजाकर वीआइपी मूवमेंट का अहसास कराया गया।
कहा जा रहा है कि इस काफिले में कई सुरक्षाकर्मी व अन्य लोग शामिल थे। इसमें पुलिस एस्कार्ट के साथ निजी गाड़ियां भी थीं। वहीं आरोप है कि सभी गाड़ियों में चार से अधिक लोग बैठे नजर आए थे। मामला सामने आने के बाद मचे बवाल के बाद भी जीतन राम मांझी का का एक बड़ा बयान आया है।
उन्होंने कहा है कि क्या हमसे आप आम लोगों की तुलना करेंगे। मैं आज फिर से गया के महकार जाऊंगा.
इधर जीतन राम मांझी के लॉक डाउन को लेकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने बड़ा बयान दिया है।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडये ने कहा है कि कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच इस तरह का काम नहीं होना चाहिए। किसी को आवश्यक है तभी घर से बाहर निकले। आम हो या खास सभी को लॉक डाउन का पालन करना चहिये।
उन्होंने कहा है कि अन्य राज्यो की अपेक्षा बिहार में अभी कोरोना नियंत्रण में है। हालांकि पिछले 3- 4 दिनों में बिहार में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ी हैं। जंहा भी मरीज मीले है वहां सघन जांच की जा रही है। अबतक प्रदेश में 3 करोड़ 70 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है।
मंगल पांडेय ने कहा कि कोरोना को लेकर सरकार पूरी तरह से सजग है। सभी सरकारी अस्पतालों में कोरोना से जुड़े सभी किट उपलब्ध हैं,कही कोई कठिनाई नही है। वहीं रैपिड टेस्ट को लेकर कहा कि केंद्र सरकार का जो डायरेक्शन होगा उसको फॉलो किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना के अलावा जो मरीज है उसके लिए स्वास्थ्य विभाग निजी हॉस्पिटल को OPD चालू करें यह निर्देश दिया है।