RANCHI : झारखंड की राजनीति में चंपाई सोरेन के कारण भूचाल आया हुआ है। जिस तरह से वह आज अचानक दिल्ली पहुंचे और अपने ट्विटर हैंडल के झारखंड मुक्ति मोर्चा का नाम भी हटा लिया, उसके बाद यह लगभग तय माना जा रहा है कि आनेवाले चुनाव में वह बीजेपी के पाले में नजर आएंगे। वहीं इस बीच अब तक चंपाई सोरेन के झामुमो छोड़े जाने पर शांत नजर आ रहे सीएम हेमंत सोरेन ने भी आखिरकार चुप्पी तोड़ दी है और इशारों में भी लगभग मान लिया है कि चंपाई सोरेन उनके साथ नहीं है।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रविवार को बिना नाम लिए इशारों में चंपई सोरेन और बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि पैसे के दम पर 'घर और पार्टी' में फूट डाली जा रही है. हेमंत सोरेन ने कहा, 'ये लोग गुजरात, असम, महाराष्ट्र से लोगों को लाकर आदिवासियों, दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के बीच जहर बोने का काम, एक दूसरे से लड़ाने का काम करते हैं. समाज तो छोड़िये, ये लोग घर फोड़ने और पार्टी तोड़ने का काम करते हैं.
आये दिन कभी इस विधायक को खरीद लेंगे, कभी उस विधायक को खरीद लेंगे, और पैसा ऐसी चीज है कि नेता लोगों को भी इधर-उधर जाने में देर नहीं लगती है, खैर कोई बात नहीं. हमारी इंडिया गठबंधन की सरकार 2019 से लगातार जनता के बीच खड़ी है.'
भाजपा को दी चुनौती
हेमंत सोरेन ने एक चैनल से बातचीत में कहा, 'बहुत जल्द चुनाव का घंटी राज्य में बजने वाली है, चुनाव कब होगा इसकी घंटी हमारे विरोधी बीजेपी के पास है.चुनाव आयोग अब संवैधानिक संस्थान नहीं है, वह अब बीजेपी की संस्था बन गई है. हम तो चुनौती देकर कहते हैं कि आज चुनाव कराओ, कल झाड़ू-पोछा मारकर इनको गुजरात जाना पड़ेगा
बता दें कि पूर्व सीएम चंपाई सोरेन फिलहाल दिल्ली में हैं। एक दिन पहले उनके गुवाहाटी में हिमंता बिस्वा सरमा से मुलाकात करने की बात कही जा रही है, फिर कल रात वह कोलकाता पहुंचे थे और यहां सुवेंदु अधिकारी से मिले थे।
चर्चा है कि चंपाई सोरेन के साथ छह विधायक भी हेमंत सोरेन का पार्टी छोड़ सकते हैं। जिल 6 जेएमएम विधायकों के बागी होने की संभावना जताई जा रही है उनमें दशरथ गगराई, रामदास सोरेन, चमरा लिंडा, लोबिन हेमब्रोम और समीर मोहंती शामिल हैं।