AURANGABAD : इधर सूबे के मुखिया सुशासन बाबू नीतीश कुमार शराबबंदी के बीच जहरीली शराब के सेवन से दर्जनो मौतों के बाद और सख्ती बरते जाने के लिए पटना में समीक्षा बैठक कर रहे थे। उधर चंडीगढ़ से एक ट्रक पर एक करोड़ की शराब पटना के लिए चल चुकी थी। इधर बैठक हो रही थी, उधर शराब लदी ट्रक नेशनल हाइवे दो पर सरपट दौड़ रही थी।
जिले के कई थानों को कर चुका था पार
सुशासन बाबू ने इधर बैठक में तय किया कि जिस थाना क्षेत्र में शराब पकड़ी जाएंगी, उस थाना के थानेदार सस्पेंड होंगे और संबंधित एसपी को भी शोकॉज होगा। उधर इसके विपरीत एक करोड़ का शराब लदा ट्रक एनएच-2 पर बारूण से औरंगाबाद जिले की सीमा में प्रवेश कर गया। शराब लदे ट्रक ने बारूण थाना की सीमा पार की, फिर औरंगाबाद मुफ्फसिल और जम्होर थाना की सीमाएं भी पार हुई। शायद दर्जनों थानों की सीमा पार करता शराब लदा ट्रक सुशासन की राजधानी पटना भी पहुंच जाता पर किसी तरह ओबरा थाना को इसकी भनक लग गई और ओबरा पुलिस ने शराब लदे ट्रक को बेल मोड़ के पास पकड़ लिया।
एक करोड़ की शराब
ट्रक से 21 हजार बोतलों में भरा 6 हजार लीटर विदेशी शराब बरामद किया गया जिसकी कीमत करीब एक करोड़ है। अब सुशासन बाबू द्वारा नया नियम लागू करते ही शराब की हुई इस बड़ी बरामदगी पर विपक्ष ने कड़ी चुटकी ली है। विपक्षी दल राजद ने कहा है कि सरकार में शामिल लोग ही शराब बेचवा रहे है। शराब के धंधे से हो रही आमदनी सरकार के लोगो तक पहुंच रही है।।