पटना. अगर कोई मुझे कहता है कि आप मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दलाल कहता है तो मैं नीतीश कुमार की ‘दलाली’ कर खुद को गौरवान्वित महसूस करता हूं. यह कहना है कि बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी का जो राबड़ी देवी द्वारा उन्हें दलाल कहे जाने पर गुरुवार को विधानमंडल में जमकर बरसे. राबड़ी देवी ने मंगलवार को सदन में अशोक चौधरी की ओर इशारा करते हुए ‘दलाल’ शब्द का उपयोग किया था.
अशोक चौधरी ने विधान परिषद में इसे लेकर आपत्ति जताई. हालांकि राबड़ी देवी और अन्य राजद सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया जिसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई. बाद में संवाददाताओं से बात करते हुए अशोक चौधरी ने कहा कि किसी भी व्यक्ति के लिए इस प्रकार की असंसदीय भाषा का प्रयोग करना गलत है. लेकिन राबड़ी देवी ने दलाल कहकर भाषाई मर्यादा तोड़ी. उन्होंने कहा कि राबड़ी देवी ने किसी का नाम नहीं लिया था लेकिन राबड़ी ने जिस ओर ईशारा किया वहां वे खुद और जमा खान बैठे थे. एक महादलित या अल्पसंख्यक व्यक्ति जिसके लिए भी राबड़ी देवी का ऐसा कहना उनकी सोच को दर्शाता है.
उन्होंने कहा कि वे नीतीश कुमार के साथ आने के पूर्व कई लोगों के साथ काम कर चुके हैं. इसमें राहुल गांधी और सोनिया गांधी भी शामिल हैं. उनकी तस्वीर आज भी अशोक चौधरी के यहां है. उन्होंने कहा कि इसी तरह लालू यादव और राबड़ी देवी के साथ ही उन्होंने काम किया और उनके लिए सम्मान है. लेकिन राबड़ी देवी ने जिस भाषा का इस्तेमाल किया है उससे वे आहत हैं. अशोक चौधरी ने कथित आरोप लगाया कि वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव के उन्होंने देखा था कि कैसे लालू यादव कांग्रेस को बिहार में बेहद कम सीटों पर निपटाना चाहते थे.
अशोक चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार को दूरदर्शी नेता मानते हुए वे उनके साथ काम करने को आए. वे नीतीश के साथ एक वर्कर के रूप में काम करने को जुड़े थे. बाद में नीतीश ने उन्हें मंत्री भी बनाया. लेकिन राबड़ी देवी ने जिस तरीके से उन्हें दलाल कहा. लात जूता खा कर इनके साथ बने रहिये जैसी बातें कही वैसी बातें अशोक चौधरी अपने ड्राइवर और घरेलूकर्मियों के लिए भी उपयोग नहीं करते. उन्होंने कहा कि अगर हमको कोई कहे कि हम नीतीश जी की दलाली करते हैं हम अपने आप को गौरवान्वित महसूस करेंगे.