IPS विनोद की पोस्टिंग...'विकास' का नहीं ! DG से विवाद के बाद हटाए गए थे IG-DIG, तीन माह बाद डीआईजी की पोस्टिंग तो आईजी अब भी वेटिंग फॉर पोस्टिंग

PATNA: होमगार्ड एंड फायर सर्विसेज डीजी शोभा ओहोतकर से विवाद गहराने के बाद दो आईपीएस अधिकारियों को वहां से हटा दिया गया था. डीजी द्वारा अपने जूनियर अफसर आईजी -डीआईजी को प्रताड़ित करने की खबर सामने आने के बाद सरकार की काफी किरकिरी हुई थी. आईजी विकास वैभव ने सरकार को पत्र लिखकर फायर सर्विस से हटाने का आग्रह किया था. इसके बाद गृह विभाग ने आईजी विकास वैभव और डीआईजी विनोद कुमार को फायर सर्विस से हटाकर वेटिंग फॉर पोस्टिंग कर दिया. तीन महीने बाद इनमें से एक अधिकारी डीआईजी विनोद कुमार को सरकार ने पोस्टिंग दे दी है, लेकिन आईजी विकास वैभव को सरकार ने अब भी वेटिंग फॉर पोस्टिंग ही रखा है.
विनोद की पोस्टिंग...विकास का नहीं
गृह विभाग ने 6 जून को छह आईपीएस अधिकारियों को विभिन्न जगहों पर पदस्थापित किया है. इनमें एक हैं डीआईजी विनोद कुमार. ये 2009 बैच के आईपीएस अफसर हैं. डीजी शोभा ओहोतकर से विवाद की वजह से इन्हें भी सरकार ने 27 फरवरी 2023 को होमगार्ड एंड फायर सर्विस के डीआईजी पद से हटा कर वेटिंग फॉर पोस्टिंग कर दिया था. तब से ये बिना पद के थे. लेकिन सोमवार को सरकार ने जो नई अधिसूचना जारी की है उसमें विनोद कुमार को डीआईजी विशेष सशस्त्र पुलिस केंद्रीय मंडल के पद पर पदस्थापित किया गया है.
विकास वैभव अब भी वेटिंग फॉर पोस्टिंग
आईजी विकास वैभव को भी सरकार 27 फरवरी से ही बिना पद के रखे हुए है. तीन महीने से अधिक का समय बीत गया, लेकिन अब तक कोई पद नहीं दिया गया है. जबकि इन्हीं के साथ हटाए गए डीआईजी विनोद कुमार को सरकार ने पोस्टिंग दे दी है. अब बड़ा सवाल यही है कि सरकार एक कड़क व इमानदार अफसर को कितना समय तक बिना काम के बिठाए रखेगी ?
जानें पूरी मामला
बता दें, आईजी विकास वैभव के ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट पोस्ट हुआ था, जिसमें शोभा अहोतकर के बारे में लिखा गया था कि वो उनको गालियां देती हैं. मां और बहन को संबोधित करते हुए जुबान से प्रताड़ित करती हैं. उन्होंने आईपीएस शोभा के कॉल रिकॉर्ड्स उनके पास होने के भी दावे किए. इसके बाद शोभा अहोतकर ने एक लेटर जारी करते हुए विकास वैभव को कारण बताओ नोटिस जारी किया था. उसमें कहा गया कि आपको टर्मिनेट करने की सिफारिश क्यों नहीं की जानी चाहिए? नोटिस में 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा गया था.
मुख्यमंत्री नीतीश ने भी दी थी प्रतिक्रिया