औरंगाबाद में पानी के मुद्दे पर गरमाई राजनीति, लोजपा (रा) ने नेताओं पर प्लांट से कमीशन लेने का लगाया आरोप

औरंगाबाद में पानी के मुद्दे पर गरमाई राजनीति, लोजपा (रा) ने नेताओं पर प्लांट से कमीशन लेने का लगाया आरोप

AURANGABAD : औरंगाबाद में पीने के पानी को लेकर शहर में हाहाकार मचा हुआ है। लोग आज एक एक बून्द पानी के लिए तरस रहे है। वही कई नेता गण इसी को ढाल बनाकर प्लांट से अपनी गोटी सेट करने में जुटे हुए है। इसका खुलासा आज लोजपा रामविलास के संसदीय कोर कमिटी प्रदेश उपाध्यक्ष चन्द्रभूषण सिंह उर्फ सोनू  कुमार ने किया है। सोनू कुमार ने एक प्रेस वार्ता के दौरान इसका खुलासा किया है। उन्होंने जिला के सभी वैसे नेताओं से पूछा है कि हर महीना में श्री सीमेंट प्लांट से आखिर कितना कमीशन खाते है। ईमानदारी से बताने का कोशिश करेंगे। प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा है कि मैं बहुत जल्दी इसका भी खुलासा कर दूंगा की जिला के कौन-कौन नेता श्री सीमेंट से पर महीना कितना कमीशन लेता है।

उन्होंने सरकार में सम्मिलित पार्टी के नेताओं से भी अपील किया है की आखिर कब तक जनता को ढाल बनाकर अपनी गोटी सेट करते रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा है की जनता सारी चीज को जानती है। कौन कितना जनता के नाम पर प्लांट से कमीशन खाता है आने वाले वक्त में जनता भी उनको वही हिसाब से जवाब देगी। हालांकि उन्होंने प्लांट के प्रबंधक को भी आड़े हाथ लेते हुए कहा है कि तकरीबन जबसे श्री सीमेंट प्लांट औरंगाबाद के घनी आबादी एरिया में खुली है , उसके दो-तीन साल बाद से शहर में पीने का पानी का किल्लत होने लगा है। आज तकरीबन सभी नेताओं के द्वारा करीब सात आठ साल से जब भी गर्मी का मौसम आता है तो भिन्न-भिन्न नेतायों के द्वारा जनता की समस्या को लेकर आंदोलन करने की बात कहते हैं और मौसम बदलने के साथ ही नेताजी का मिजाज बदल जाता है। क्योंकि नेताजी के साथ प्लांट के आला अधिकारियों का घनी जुड़ाव हो जाती है और यहां तक की नेता जी की गोटी भी सेट हो जाती है। नेताजी अपनी चढ़ावा लेकर मौन हो जाते हैं। लेकिन अब जनता जाग गई है और जब जनता जाग जाती है तो लड़ाई आर-पार की हो जाती है।

उन्होंने बिहार सरकार के कुछ पूर्व विधायकों पर भी बिना नाम लिए हुए तंज कसते हुए कहा कि जिसका राज्य में सरकार हो। वह अगर आंदोलन करें तो इससे भी शर्मनाक बात क्या हो सकती है। अगर नेताजी चाहते की श्री सीमेंट प्लांट को पानी कहां से लेना है, तो  इसका खुलासा कब का हुआ रहता। लेकिन नेता जी को पानी या जनता की समस्या से मतलब नही है। वह तो अपनी गोटी सेट करने में जुटे हुये है। जनता की समस्या तो गोटी सेट करने का एक मात्र साधन है। उन्होंने को भी सतर्क किया है और कहा कि जनता सब कुछ जानती है। इसका जवाब आने वाला वक्त बतायेगा। 

उन्होंने साफ लहजे में कहा कि अगर वाकई में श्री सीमेंट प्लांट को  सोन नदी से पानी लेना है,  या उसे  प्लांट के अंदर से ही  बोर के माध्यम से पानी निकालनी है तो उसका भी खुलासा आज तक किसी नेताओं ने नहीं किया। जब भी गर्मी का मौसम आता है तो एक न एक नेता आगे बढ़कर और जनता का नेतृत्व करने लगते हैं और अपने चढ़ावा मिल जाने के बाद वह मौन हो जाते हैं। लेकिन अब लड़ाई वैसा नहीं होगा। अब  सच्चाई की जीत होगी। अगर वाकई में श्री सीमेंट को सोन नदी से पानी लेना होगा तो उन्हें सोन नदी से ही पानी लाना होगा। जिसके लिए जनता तथा समाजसेवी कटिबद्ध है। अब श्री सीमेंट प्लांट प्रबंधक की मनमानी नहीं करने दिया जाएगा। अगर उनकी एग्रीमेंट बिहार सरकार से सोन नदी से पानी लाने का है तो उनको अपनी एग्रीमेंट पर ही पहल करना पड़ेगा। 

औरंगाबाद से दीनानाथ मौआर की रिपोर्ट

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