औरंगाबाद में रेल कर्मियों ने रेल हादसे में मारे गए लोगों को दी श्रद्धांजलि, 21 साल पहले 122 यात्रियों की गयी थी जान

AURANGABAD : औरंगाबाद में पूर्व मध्य रेलवे के गया रेल खंड के रफीगंज रेलवे स्टेशन के धावा नदी पुल पर 9 सितंबर 2002 को कोलकाता से चलकर नई दिल्ली जाने वाली कोलकाता नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त होने से सैकड़ो लोगों की जान चली गई थी। स्थानीय रेल अभियंता, प्रशासन एवं समाजसेवी द्वारा घटना की पुनरावृति ना। हो इसके लिए प्रत्येक वर्ष 9 सितंबर की रात्रि लगभग 10:45 में रेलवे ब्रिज पर रेल पटरी की पूजा कर नारियल फोड़ा जाता है। साथ ही कैंडल जलाकर हादसे में मृत्य यात्रियों के लिए आत्मा की शांति हेतु 1 मिनट का मौन व्रत रखा गया।
सीनियर सेक्शन इंजीनियर अनिल कुमार सिंह एवं पी डब्लू आई राम भजन सिंह ने बताया कि 9 सितंबर 2002 को ठीक 10:45 के आसपास में राजधानी दुर्घटनाग्रस्त हुई थी। जिसमें सैकड़ो लोगों की मृत्यु हो गई थी। उनकी आत्मा की शांति हेतु एवं इस तरह की घटना की पुनरावृति ना हो। इसके लिए रेल पूजन कर मौन व्रत रखा गया। सपा जिला अध्यक्ष तुलसी यादव एवं पूर्व उप चैयरमैन हरेंद्र कुमार ने बताया कि 9 सितंबर 2002 को राजधानी दुर्घटना हुई। जिसमें 122 लोगों के सरकारी आंकड़ा के अनुसार मौत हो गई।
इस घटना में रेलवे को लाखों करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ। इस तरह की पुनरावृति ना हो। इसलिए रेल पूजन किया गया। भाजपा नगर अध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि देश में इस तरह की कहीं भी घटना ना हो।
इस मौके पर रेल पी डब्लू आई के ए के सिंह ,आर बी सिंह,ए कुमार,एस यादव,दीपेन्द्र कुमार,निरज कुमार,अनिल कुमार,धर्मेन्द्र कुमार,रामराज मांझी,संजू कुमार,बालमुकुंद,भुवनेश्वर,प्रेमचन्द,पिन्टू,मनोज ,अभिमन्यू एवं रात्रि प्रहरी रवि कुमार,चंदन कुमार स्थानीय सपा जिलाध्यक्ष डॉक्टर तुलसी यादव, सिद्धी यादव,पूर्व नगर पंचायत उपाध्यक्ष हरेंद्र कुमार, भाजपा नगर अध्यक्ष संतोष साहू ,डी के सूरज,बालगोविंद कुमार,सुनील दीप,मनोज मधुकर,उमेश प्रसाद,पूर्व मुखिया प्रदीप चौहान,सुनील मिश्र ,संदीप, प्रदीप,पपू यादव उर्फ बाबा,मंन्दीप,अजय कुमार,रंजीत कुमार,इरफान आलम,सूरज,मनीष,हिमांशु,शंभू यादव,,गोविंद कुमार आदि उपस्थित थे।
औरंगाबाद से दीनानाथ मौआर की रिपोर्ट