अयोध्या में राम मन्दिर शिलान्यास का पूजन करायेंगे प्रो. विनय कुमार पांडेय, जानिए कौन हैं ये.....

NEWS4NATION DESK : 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में मंदिर का शिलान्यास करेंगे। इस शिलान्यास की पूजन कराने की जिम्मेवारी बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के ज्योतिष शास्त्र विभागाध्यक्ष विनय पांडेय को दी गई गई। वहीं उनके सहयोग के लिए आचार्य प्रो रामचंद्र पांडेय व प्रो रामनरायण द्विवेदी शामिल किया गया है।
इधर प्रो. विनय पांडेय को मिली इस जिम्मेवारी के बाद उनके पैतृक गांव में खुशी और उल्लास का माहौल व्याप्त है।
वर्तमान मे प्रो विनय पांडेय बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के ज्योतिष शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष के साथ-साथ काशी विद्वत परिषद के संगठन मंत्री भी है। संस्कृत, हिंदी, अंग्रेजी पर एक समान अधिकार रखने वाले प्रो. विनय की ज्योतिष, वास्तु व कर्मकांड विषय पर अंतरराष्ट्रीय स्तर की 14 व राष्ट्रीय स्तर की 40 शोध पत्र व सात पुस्तकें प्रकाशित चुकी हैं। प्रो पांडेय पहले भी प्रधानमंत्री के महत्वपूर्ण अनुष्ठान पूजन के कार्यक्रमों में शामिल होते रहे हैं।
यूपी के कुशीनगर के मूल निवासी है प्रो. विनय पांडेय
प्रो. विनय पांडेय यूपी के कुशीनगर जिले के मूल निवासी है। जिले के पडरौना ब्लाक के विशुनपुरा गांव में किसान रामदेव पांडेय के घर 20 नवंबर 1979 को जन्मे विनय चार भाइयों में ज्येष्ठ हैं। उनकी प्रारम्भिक शिक्षा गांव के शासकीय प्राथमिक विद्यालय में हुई। पूर्व माध्यमिक की शिक्षा जनपद के कठकुइया सरस्वती शिशु मंदिर में हुई। वहीं हाईस्कूल व इंटरमीडियट की शिक्षा गोरक्षनाथ संस्कृत विद्यालय गोरखपुर से पास करने के बाद उच्च अध्ययन के लिए बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में दाखिला लिया। इसके बाद विनय पांडेय ने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा ,वे तमाम सफलता अर्जित करते हुए अपने परिवार क्षेत्र जनपद प्रदेश व देश का नाम रोशन कर रहे हैं।
शिलान्यास पूजन की जिम्मेवारी मिलने पर प्रो. विनय पांडेय ने कहा है यह मेरे लिए एक बड़ी उपलब्धि है। रामजन्मभूमि राष्ट्रीय नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय महत्व का विषय है। भगवान राम सनातन संस्कृति के आराध्य हैं। उनकी जन्मभूमि अयोध्या सनातन संस्कृति की धरोहर है। जन्मभूमि पर श्रीराम मंदिर की स्थापना के पूर्व प्रधानमंत्री जी के हाथों शिलान्यास पूजन कर लौकिक, परलौकिक जीवन धन्य हो जाएगा। भगवान श्री राम की असीम कृपा से ही मुझे यह सौभाग्य मिल रहा है।
कुशीनगर से विद्या बाबा की रिपोर्ट