बिहार में अगले चार साल में होंगे 26 मेडिकल कॉलेज, महुआ में खुलने वाले मेडिकल कॉलेज पर लगा ग्रहण !

PATNA : बिहार में अगले चार सालों में 26 मेडिकल काँलेज होंगे।वर्तमान में निजी और सरकारी क्षेत्र मिलाकर 13 मेडिकल काँलेज संचालित हैं।केंद्र सरकार सूबे में पहले से ही 3 मेडिकल काँलेज बना रही है ।बिहार सरकार नें सात निश्चय योजना के तहत पाँच मेडिकल काँलेज झंझारपर,सीतामढी,महुआ(वैशाली),बेगूसराय और भोजपुर में खोलने की स्वीकृति दी है ।वहीं भारत सरकार ने भी पाँच मेडिकल काँलेज सीवान ,बक्सर,जमुई,झंझारपुर,और सीतामढी में खोलने की मंजूरी दी है ।झंझारपुर और सीतामढी दो ऐसे जगह हैं जहाँ पर केंद्र और राज्य सरकार दोनों ने मंजूरी दी है ।अब उन जगहों पर बिहार और केंद्र सरकार मिलकर काँलेज बनायेंगे।
महुआ
मेडिकल कॉलेज खुलने पर लगा ग्रहण
महागठबंधन सरकार में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव के विस क्षेत्र महुआ में खुलने वाले मेडिकल काँलेज पर ग्रहण लगता दिख रहा है । महुआ में जमीन नही मिलने और कई तकनीकी वजहों से दूसरे जगह पर काँलेज खोलने की योजना पर विचार किया जा रहा है ।भाजपा कोटे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने कहा की मेडिकल काँलेज खोलने में कई चीजों पर ध्यान दिया जाता है । अभी तक तो महुआ में जमीन हीं नही मिली है ।मंत्री ने कहा की इतना तय है की मेडिकल काँलेज वैशाली में हीं खुलेगा।जमीन मिलते हीं काँलेज का शिलान्यास किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा की मधेपुरा में कर्पूरी ठाकुर के नाम पर मेडिकल काँलेज का निर्माण अंतिम चरण में हैं।स्वास्थ्य विभाग का प्रयास है की मार्च 2019 तक उस काँलेज में पढाई शुरू हो।इसके लिए बहुत जल्द एमसीआई से विजीट करने के लिए पत्र भेजा जाएगा।वहीं सीएम के गृह जिले नालंदा के रहुई में डेंटल काँलेज पर काम चल रहा है ।
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आयुष्मान
भारत योजना से लाभ
वहीं
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया की आयुष्मान भारत योजना के तहत बिहार के 1 करोड 8 लाख परिवारों को लाभ मिलेगा।प्रधान सचिव नें बताया की बिहार में
बननें वाले मेडिकल काँलेज में प्रति काँलेज 400 करोड
रू खर्च किए जानें की योजना है ।इनमें से 250 करोड
की राशि केंद्र सरकार देगी बाकी का पैसा बिहार सरकार खर्च करेगी।