कटिहार में खनन विभाग के अधिकारी की फर्जी सिग्नेचर कर थाना से गाड़ी छुड़वा लेने की एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. खनन विभाग के इंस्पेक्टर ने सहायक थाना में इस बाबत मामला दर्ज करते हुए बताया कि वह कोढ़ा थाना में जब ओवरलोडिंग के कारण जप्त किए गए गाड़ी से जुड़े फाइन एमाउंट जमा नहीं करने के कारण गाड़ी नीलाम करने के लिए वेरिफिकेशन के लिए पहुंचे तो पता चला गाड़ी उनके सिग्नेचर के आधार के आर्डर पर छोड़ दिया गया है .
बगैर फाइन की राशि जमा किया हीं गाड़ी को छोड़ दिया गया. जबकि विभाग के एकाउंट में लगभग दो लाख पैंतीस हज़ार जमा नहीं हुए. फर्जी सिग्नेचर के आधार पर गाड़ी रिलीज का ऑर्डर बना और गाड़ी छोड़ दिया गया.
कटिहार खनन विभाग के इंस्पेक्टर मृत्युंजय झा का कहना है कि उनके फर्जी सिग्नेचर किया गया है.खनन विभाग के इंस्पेक्टर के आवेदन पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. वहीं कटिहार डीएसपी शशि शंकर कुमार ने बताया कि इस मामले की तहकीकात की जा रही है और जल्दी हीं मामले का खुलास कर दिया जाएगा.
सवाल उठता है क्या कोई रैकेट खनन विभाग में सक्रिय है जो सरकार के राजस्व की चूना लगाने के लिए फाइन एमाउंट बगैर जमा किये ही ओवरलोडिंग गाड़ी को अधिकारियों की फर्जी सिग्नेचर के आधार पर छुड़वा रहा है ,फिलहाल पूरा मामला जांच के दायरे में है और पुलिस जांच के बाद ही पूरा मामला साफ हो पाएगा.