पटना में सरकार से नाराज आशा कार्यकर्ताओं का अस्पताल में बवाल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी का किया घेराव...

PATNA: राजधानी पटना में अपनी मानदेय की मांगों को लेकर आशा कार्यकर्ताओं का शुक्रवार को गुस्सा फूट पड़ा। आक्रोशित आशा कार्यकर्ताओं ने रेफरल अस्पताल परिसर में खूब बवाल काटा। इस दौरान आशा कार्यकर्ताओं ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी का घेराव कर जमकर हंगामा और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
हंगामे के कारण रेफरल अस्पताल परिसर में दूर दरार से डिलीवरी के लिए आई कई महिलाओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। यह मामला पटना के नौबतपुर रेफरल अस्पताल का है। आशा कार्यकर्ताओं ने कहा कि सरकार हमारी मांगों के प्रति गंभीर नहीं है। उन लोगों का प्रतिमाह 1 हजार रुपया मिलने वाला मानदेय कई महीनों से बंद पड़ा है। नौबतपुर रेफरल अस्पताल में लगभग 211 से अधिक आशा कार्यकर्ता वर्षों से काम कर रही हैं। उन्होंने आगे कहा कि वर्ष 2016 - 17 और 19 का भी कई काम मौका उनका पैसा बकाया है। इसके अलावा कई महीनों से प्रतिमाह मिलने वाला 1 हजार रुपया का का मानदेय भी उन्हें नहीं मिल रहा है। अभी तक मानदेय भुगतान नहीं होने के कारण सभी आशा कर्मी के परिवार भुखमरी के कगार पर हैं। इस मौके पर चेतावनी देते हुए आशा कर्मियों ने कहा कि अगर सरकार हमारी मांग को पूरी नहीं करती है तो हम तमाम आशा कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल के लिए बाध्य होंगे।
वहीं, नौबतपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रीना कुमारी से मिली जानकारी के मुताबिक इस वित्त वर्ष का बकाया अभी विभाग से एलॉटमेंट नहीं आने के कारण उनका पेमेंट नहीं हो सका है। उन्होंने आगे कहा कि वर्ष 2020 से ही उन लोगों का मानदेय 1 हजार प्रति माह तय हुआ था इससे पहले की पूरी बकाया राशि उन सभी को वितरण किया जा चुका है।