2019 के लोकसभा चुनाव में पटना साहिब और पाटलिपुत्र में "नोटा" का रहा दबदबा, एक में 13 तो दूसरे में 14 प्रत्याशी रहे पीछे

PATNA : देश में लोकसभा चुनाव की रणभेरी बज गयी है। खासकर बिहार की बात करें तो यहाँ 40 लोकसभा सीटों पर सात चरणों में चुनाव कराये जायेंगे। प्रथम चरण का चुनाव 19 अप्रैल को जबकि अंतिम चरण का मतदान 1 जून को सम्पन्न होगा। इस अंतिम चरण में ही पटना साहिब और पाटलिपुत्रा लोकसभा क्षेत्र में चुनाव होंगे। हालाँकि 2019 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो पाटलिपुत्र से जहाँ एनडीए ने रामकृपाल यादव को अपना उम्मीदवार बनाया था।
वहीँ राजद के टिकट पर राजद सुप्रीमो लालू यादव की बेटी मीसा भारती किस्मत आजमां रही थी। लेकिन मीसा भारती को यहाँ हार का सामना करना पड़ा था। वहीँ पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र में भाजपा के टिकट पर रविशंकर प्रसाद चुनाव लड़ रहे थे। वहीँ कांग्रेस की टिकट पर शत्रुघ्न सिन्हा खड़े थे। हालाँकि दोनों सीटों की बात करें तो यहाँ कई उम्मीदवारों से अधिक वोट नोटा के रूप में गिरे थे।
पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र की बात करे तो यहाँ 2019 में 18 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे थे। जिसमें मुकाबला रविशंकर प्रसाद और शत्रुघ्न सिन्हा के बीच था। लेकिन 13 उम्मीदवारों को नोटा से भी कम मत मिले थे। यहाँ रविशंकर प्रसाद को 604956 जबकि शत्रुघ्न सिन्हा को 321840 वोट मिले थे।
वहीँ पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र की बात करें तो यहाँ कुल 20 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे। जहाँ मुख्य मुकाबला भाजपा के रामकृपाल यादव और राजद की मीसा भारती के बीच था। रामकृपाल यादव को जहाँ 506557 वोट मिले थे। वहीँ राजद प्रत्याशी को 468873 वोट मिले थे। जबकि 14 उम्मीदवारों को नोटा से भी कम वोट मिल सके थे।