PATNA : खुद को राजद विधायक का भाई बताकर माइनिंग विभाग के कार्यालय में हंगामा करने और माइनिंग दारोगा को जान से मारने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। जिस तरह से इस पूरे मामले में राजद विधायक रीतलाल यादव का नाम सामने आया है. उसके बाद अब खुद रीतलाल यादव को सामने आकर अपनी सफाई देनी पड़ी है। दानापुर विधायक ने कहा है कि इस पूरे मामले से मेरा कोई लेना देना नहीं है।
राजद विधायक ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि ‘बिहार के बाहर होने के कारण आज मुझे सोशल मीडिया के माध्यम से ज्ञात हुआ हैं कि कोई असामाजिक तत्व मेरा औऱ मेरा भाई का नाम लेकर किसी खनन विभाग के कर्मचारी के साथ दुर्व्यवहार किया गया हैं जो कि पूरी तरह निराधार बात हैं. सिर्फ मेरे औऱ हमारे भाई के खिलाफ साजिश क़ी जा रही हैं।‘
जांच की मांग
रीतलाल यादव ने लिखा है कि यह एक जाँच का विषय हैं मै बिहार सरकार व शासन-प्रशासन एवं जनता से आग्रह करता हूँ कि इस मामले कों निष्पक्ष जाँच की जाए औऱ जिन भी लोगों ने मेरा नाम #बदनाम करने की साजिश की हैं उन दोषियो के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई क़ी जाए।
बता दें कि पटना के खनन विभाग के इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह ने बीते मंगलवार को अवैध बालू लदे ओवरलोड ट्रक पर फाइन किया था। इससे कुछ लोग नाराज होकर खनन विभाग के जिला कार्यालय पहुंचे और वहां से उनका नंबर लेकर फोन पर हत्या की धमकी दे डाली। धमकी देने वाले ने अपना परिचय आरजेडी के बाहुबली विधायक रीतलाल यादव के भाई के रूप में दिया। इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह के अनुसार वे रीतलाल यादव का नाम सुनकर डर गए। इसके बाद उन्होंने मंगलवार को पटना के कोतवाली थाने में एफआइआर दर्ज कराई थी। इस पूरे मामले में जिस तरह राजद विधायक का नाम सामने आया था, उसके बाद भाजपा को सरकार को घेरने का नया मुद्दा मिल गया था।