पिछले 48 घंटे में सीएम ने डायल 112 और 501 अत्याधुनिक एंबुलेंस की सुविधा शुरू की, लेकिन उनके ही गृह जिले में गुरुवार को ठेले पर ले गए लाश, देखिए

NALANDA : पिछले 48 घंटे में बिहार के मुख्यमंत्री ने आम नागरिकों के लिए दो सर्विस की शुरुआत की थी। जिसमें एक सर्विस डायल 112, जिसमें एक कॉल पर मेडिकल एंबुलेंस सहित अन्य प्रकार की मदद मिल जाने की बात कही गई। वहीं बीते गुरुवार को पटना में सीएम 501 अत्याधुनिक सुविधाओं से पूर्ण 501 एंबुलेंस को हरी झंडी दिखा रहे थे। कहा जाए तो आम नागरिकों की सुविधा के लिए केंद्र व राज्य सरकार  रुपए पानी की तरह बहा रही है। इसके बाद भी व्यवस्था में सुधार होता नहीं दिख रहा है। वह भी बिहार के सीएम के  गृह जिले में। 

 गुरुवार को सोहसराय थाना इलाके के कटहल टोला में देखने को मिला। जहां मजदूर की मौत के बाद चार 4 किलोमीटर तक पुत्र पिता की लाश ठेले पर लोडकर ले गया। यह हाल तब है जब बुधवार को जिले को 112 डायल की 18 गाड़ियां उपलब्ध कराई गई। आश्चर्यजनक तो यह है कि पुलिस को मौत की जानकारी थी। इसके बाद भी एंबुलेंस का प्रबंध नहीं किया गया। मृतक खासगंज निवासी स्व. गोविंद महतो का 45 वर्षीय ठेला चालक पुत्र फकीरचंद प्रसाद हैं। मृतक के पुत्र ने बताया कि पिता ठेला चलाते थे। ठेला पर पानी की टंकी लोड कर कटहल टोला ले गए थे 


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जिस ठेले को खिंचकर परिवार चलाया, उसी पर गई उसकी लाश

नवनिर्मित मकान की छत पर वाटर टैंक ले जाने के दौरान छज्जा गिर गया। जिसके मलबे में दबकर ठेला चालक पिता समेत दो मजदूर जख्मी हो गए। जख्मी को स्थानीय निजी क्लिनिक ले जाया गया। जहां उनके पिता को मृत बता दिया गया। मौत की पुष्टि को स्पष्ट करने के लिए परिवार शव को सदर अस्पताल ले जाना चाह रहा था। परिवार व वार्ड पार्षद ने घटना की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पुलिस भी आई। मगर एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराया गया। इस कारण पुत्र चार मिलोमीटर तक पिता की लाश ठेले पर ढोकर लाया। सदर अस्पताल पहुंचने के पहले एंबुलेंस उपलब्ध करा दिया गया। फिर अस्पताल के चिकित्सकों ने अधेड़ को मृत घोषित कर दिया।

सीएस ने पुलिस पर फोड़ा ठिकरा

सीएस डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि 102 डायल करने पर फ्री एंबुलेंस सेवा मिलती है। जागरूकता के अभाव में लोग 102 डायल नहीं कर रहे हैं। सूचना के बाद पुलिस को एंबुलेंस उपलब्ध कराने में सहयोग करना चाहिए था। थानाध्यक्ष मुन्ना कुमार ने बताया कि पुलिस शव के पोस्टमार्टम कराने की प्रक्रिया में जुटी है। उन्हें एंबुलेंस उपलब्ध कराने की जानकारी नहीं दी गई। जाहिर सी बात है कि अगर परिजन पूछेंगे नहीं तो पुलिस यह जानने की कोशिश नहीं करेगी कि लाश कैसे ले जाएंगे और बाद में अपनी ही किरकिरी करवाएंगे।

REPORTED BY PRANAY RAJ