जिस सदन में मुंहबोली बहन राबड़ी देवी बनाई गई नेता प्रतिपक्ष, उसी सदन में भाई सुनील कुमार की सदस्यता पर रक्षा बंधन से पहले आया संकट, जानिए क्या है पूरा मामला

जिस सदन में मुंहबोली बहन राबड़ी देवी बनाई गई नेता प्रतिपक्ष,

PATNA : बिहार विधान परिषद की नेता प्रतिपक्ष एमएलसी राबड़ी देवी हैं. उच्च सदन में आरजेडी के कुल 15 एमएलसी है. वैसे तो राबड़ी देवी अपनी पार्टी आरजेडी के सभी नेता को या विधायक, एमएलसी या सांसद सबको परिवार की तरह मानती है. लेकिन बात बिस्कोमान वाले आरजेडी एमएलसी सुनील कुमार सिंह की हो, तो राबड़ी देवी सुनील सिंह को निजी तौर सबसे ज्यादा मानती है. राबड़ी देवी हर साल सुनील सिंह के कलाई पर राखी बांधती है. पर मौजूदा वक्त में जो संकट सुनील सिंह पर आया है, उसमें वो कुछ भी नहीं कर पा रही है. जानकारी के मुताबिक आज यानी 25 जुलाई 2024 को बिहार विधान परिषद में राबड़ी देवी अचानक सीएम नीतीश कुमार के चेंबर में मिलने पहुंची. सूत्रों की मानें तो राबड़ी देवी आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह को लेकर ही नीतीश कुमार से मिलने गई थी, पर बात शायद बनी नहीं. हर बार राबड़ी देवी रक्षा बंधन के मौके पर पूरे उमंग के साथ सुनील सिंह को राखी बांधती है. पर इस बार यानी 19 अगस्त को शायद थोड़ी मायूसी के साथ बांधनी पड़े.

दरअसल, बिहार विधान परिषद में आचार समिति ने अपनी रिपोर्ट सभापति अवधेश नारायण सिंह को सौंप दी है. जिसमें सुनील सिंह को बिहार विधान परिषद की सदस्यता से मुक्त करने की अनुशंसा की गई है. अब फैसला बिहार विधान परिषद के सभापति को लेना है कि वो सुनील कुमार सिंह पर क्या कार्रवाई करते हैं. सुनील सिंह को बिहार विधान परिषद के आचार समिति की 112 पन्ने वाली रिपोर्ट की कॉपी भी दे दी गई है. 

इस पर सुनील सिंह ने कहा है कि रिपोर्ट की कॉपी का वो पहले अध्ययन करेंगे. फिर विस्तार से बात करेंगे. लेकिन इतना तय है कि षडयंत्रकारी लोग काफी दिनों से लगे हुए थे, कि सदन में गरीब, किसानों की आवाज न उठे. रिपोर्ट जो पेश किया गया कि उस पर कल चर्चा होगा. हम व्यापक रूप से कल बयान देंगे. सीएम नीतीश कुमार का नाम लिए बिना आगे सुनील सिंह कहते हैं कि जो व्यक्ति इतना बड़ा प्रतिशोधी है, वो सिर्फ पगड़ी ही नहीं उतरवाया. बेलमुंड तक करवा दिया. उस व्यक्ति के बारे में हम कुछ नहीं बोल सकते हैं. 

पूरा मामला कम शब्दों में समझें

बिहार में बजट सत्र के दौरान बिहार विधान परिषद में बीते 13 फरवरी 2024 बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर अनुमोदन भाषण प्रो. राजेंद्र प्रसाद गुप्ता के द्वारा किया जा रहा था. तभी आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह बेल में रिपोर्टर की मेज के पास खड़े होकर सदन नेता (मुख्यमंत्री नीतीश कुमार) की ओर मुखातिब होकर उनका नाम लेकर मुर्दाबाद के नारे लगाते दिखते हैं. इतना ही नहीं पलटूराम कहकर उपहास करते हुए उनकी भाव-भंगिमा की नकल भी करते हैं. 

इसी मामले को लेकर जेडीयू एमएलसी भीसम सहनी तत्कालीन सभापति देवेश चंद्र ठाकुर को चिट्टी बीते 19 फरवरी 2024 को लिखते हैं. जिसमें वो मांग करते हैं कि बिहार विधान परिषद के आचार समिति से जांच कराकर विधि सम्मत कारवाई आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह पर की जाए. इस पर संज्ञान लेते हुए देवेश चंद्र ठाकुर ने जांच के लिए आचार समिति के पास भेज दिया. आचार समिति ने कुल पांच बैठकें की और अपनी रिपोर्ट में आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह को दोषी पाया.

देबांशु प्रभात की रिपोर्ट