आई फ्लू के मामलों में बढ़ोत्तरी,एक साथ 24 बच्चे आए चपेट में, जानिए क्यों होता है ये रोग

आई फ्लू के मामलों में बढ़ोत्तरी,एक साथ 24 बच्चे आए चपेट में, जानिए क्यों होता है ये रोग

KAIMUR : बारिश के मौसम में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है .इन दिनों आंखों की बीमारी  आई फ्लू तेजी से फैल रही है. आंखों में इन्फेक्शन की वजह से लोगों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ता है. आई फ्लू को मेडिकल भाषा में कंजंक्टिवाइटिस और पिंक आई भी कहा जाता है. आम लोगों की भाषा में इसे आंख आना भी कहते हैं. कैमूर में आई फ्लू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं.कैमूर के  एक विद्यालय के 24 बच्चे एक साथ संक्रमित हो गए हैं. कैमूर के अस्पतालों में आई फ्लू  के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है.

कैमूर जिले के मोहनिया प्रखंड अंतर्गत न्यू प्राथमिक विद्यालय पतेलवा में आई फ्लू की चपेट में एक साथ विद्यालय के 24 बच्चे आ गए हैं. आनन-फानन में विद्यालय के शिक्षकों ने छात्रों को मोहनिया के अमन अस्पताल पहुंचाया जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई.

अनुमंडल अस्पताल के चिकित्सक ने पूरे मामले में जानकारी देते हुए बताया कि इन दिनों आई फ्लू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इससे बचाव को लेकर लोगों को सावधानियां बरतनी होगी। दिन में तीन से चार बार अपनी आंखों को ठंडे पानी से धोना चाहिए.

बता दें आई फ्लू आंखों का संक्रमण है, जिसकी वजह से आंखों में लालिमा, दर्द और सूजन जैसी परेशानियां होती हैं. आई फ्लू वायरस से संक्रमित होने की वजह से होती है और यह बीमारी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैलती है.

आईजीआईएमएमस के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ वेदप्रकाश ने बताया कि आई फ्लू गंदगी, धूल-मिट्टी अदि की वजह से होने वाली एलर्जी की वजह से होती है.इस बीमारी में आंखों के सफेद हिस्से में मौजूद लेयर कंजंक्टिवा में सूजन होती है. बरसात के मौसम में नमी और बैक्टीरिया और वायरस बढ़ जाते हैं और इसकी वजह से आंखों में एलर्जी और इन्फेक्शन हो सकता है.

 इसके अलावा अगर आप पहले से आई फ्लू से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं, तो इससे भी आपको आई फ्लू होने का खतरा रहता है. इस बचने के लिए आपको आई फ्लू से संक्रमित व्यक्ति से सीधे संपर्क में आने से बचना चाहिए और आंखों को बार-बार छूने से परहेज करना चाहिए.

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