DESK. पड़ोसियों के लिए कई मौकों पर मददगार बन चुकी मोदी सरकार ने एक बार फिर से प्याज के आंसू रो रहे पड़ोसी के आंसू पोछने का काम किया है. मानवतावाद का यह काम भारत ने इस बार अपने पड़ोसी देश श्रीलंका को सहयोग देकर किया है. श्रीलंका में इन दिनों प्याज की कमी है. मीडिया रिपोर्टों में श्रीलंका में प्याज का संकट है. ऐसे में भारत ने अपना पड़ोसी धर्म निभाया है.
भारत ने श्रीलंका को हजारों मीट्रिक टन प्याज भेजने की योजना बना रहा है। भारत की ये योजना मालदीव को भारी मात्रा में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करने के बाद बनाया गया है। बता दें कि श्रीलंका को वो पहला देश नहीं है, जिसे भारत प्याज भेजने की योजना कर रहा है। इससे पहले भारत ने 3 अप्रैल को अपने करीबी सहयोगी संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को अपने कोटे से अतिरिक्त 10,000 मीट्रिक टन प्याज की आपूर्ति की अनुमति दे चुका है।
भारत ने बीते महीने 1 मार्च को भी संयुक्त अरब अमीरात के लिए 14,400 मीट्रिक टन प्याज भेजने पर सहमति जता चुका है। भारत हमेशा से पड़ोसी मुल्कों को सहायता पहुंचाने के जाना जाता है। भारत ने श्रीलंका को उस वक्त भी मदद पहुंचाई थी, जब देश आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। उस वक्त भारत ने श्रीलंका को मदद के तौर पर मिलियन डॉलर की राशि दी थी।