भारत का दूसरा विश्वनाथन आनंद! शतरंज के विश्व कप के फाइनल में पहुंचे ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंद, खिताब जीतने के लिए दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी से होगा मुकाबला

DESK : भारत में जब भी शतरंज का जिक्र होता है तो एक खिलाड़ी का नाम दिमाग में आता है, वह है पूर्व नंबर एक खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद का। आनंद चेस का विश्व कप भी जीत चुके हैं। अब आनंद के बाद एक भारतीय शतरंज के विश्व कप के खिताब के करीब पहुंच गया है। भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंद ने अजरबैजान के बाकू में चल रहे FIDE वर्ल्ड कप चेस टूर्नामेंट के फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। प्रज्ञानानंद चेस लीजेंड विश्वनाथन आनंद के बाद टूर्नामेंट का फाइनल खेलने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गए।

दुनिया के तीसरे नंबर के रेकिंग वाले खिलाड़ी को हराने के बाद इस 18 साल के खिलाड़ी के सामने खिताब जीतना इतना आसान नहीं है। फाइनल में उनका मुकाबला वर्ल्ड नंबर-1 मैग्नस कार्लसन से होगा। जिनस दिमागी खेल में प्रज्ञानानंद को कड़ी चुनौती मिलेगी।

सेमीफाइनल में की शानदार जीत दर्ज

इससे पहले प्रज्ञानानंद ने सेमीफाइनल में दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी फैबियानो कारूआना पर शानदार जीत दर्ज की। उन्होंने सेमीफाइनल में टाई-ब्रेक में कारूआना को 3.5-2.5 से हराया। टाई ब्रेकर में खिलाड़ी के पिछले मुकाबलों के स्कोर के आधार पर एक टाई ब्रेक स्कोर बनता है। इसमें बेहतर स्कोर वाले को विजेता घोषित किया जाता है।

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कार्लसन का पलड़ा भारी

आर प्रज्ञानानंद और मैग्नस कार्लसन के बीच हमेशा काटे की टक्कर होती है। हेड टु हेड में मैग्नस कार्लसन आगे है। दोनों खिलाडियों के बीच अब तक 19 मुकाबले हुए है। इसमें से कार्लसन ने 7 और प्रज्ञानानंद ने 5 मुकाबले जीते है। 6 मुकाबले ड्रॉ रहे है।

विश्वनाथन आनंद ने किया ट्वीट, दी बधाई

चेस के लीजेंड विश्वनाथन आनंद ने सोशल नेटवर्किंग साइट 'एक्स', जो पहले ट्विटर था, पर पोस्ट किया कि, प्रज्ञानानंद फाइनल में पहुंच गया। उन्होंने टाईब्रेक में फैबियानो कारूआना को हराया और अब मैग्नस कार्लसन से उनका मुकाबला होगा। बहुत खूब।

मुझे कार्लसन के खिलाफ खेलने की उम्मीद नहीं थी - प्रज्ञानानंद

फाइनल में जगह पक्की करने के बाद प्रज्ञानानंद ने कहा कि, मुझे इस टूर्नामेंट में मैग्नस के खिलाफ से खेलने की बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी क्योंकि मैं उनके खिलाफ केवल फाइनल में ही खेल सकता था। मुझे फाइनल में पहुंचने की उम्मीद नहीं थी। मैं बस अपना बेस्ट देने की कोशिश करूंगा और देखूंगा कि आगे क्या होता है।