20 रुपए का सामान लाना भूल गया मासूम, गुस्साए पड़ोसी ने कैंची से मारकर कर दी हत्या

DEHRI : रोहतास जिले के अकोढ़ीगोलाथाना क्षेत्र के मधुरामपुर गांव में गुरुवार को पड़ोसी युवक ने 12 साल के मासूम बच्चे की गर्दन में कैंची घुसेड़कर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद भागने की तैयारी में लगे आरोपी युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मृतक 12 वर्षीय चिंटू कुमार मधुरामपुर निवासी महेंद्र यादव का पुत्र बताया जाता है।
थानाध्यक्ष चंद्रशेखर शर्मा ने बताया कि मृतक के पिता महेंद्र सिंह के अनुसार वे अपने पुत्र चिंटू कुमार के साथ घर पर मौजूद थे। उन्होंने पुलिस को बताया कि गुरुवार सुबह करीब 11 बजे पड़ोस के ही रधुनाथ सिंह के 33 वर्षीय पुत्र रंगलाल उर्फ झुन्ना सिंह मेरे दरवाजा पर पहुंचा। उसने मेरे पुत्र चिंटू को घर से बाहर बुलाकर गाली-गलौज करते हुए उसकी गर्दन में कैंची से वार करना शुरू कर दिया। जिससे मेरा पुत्र खून से लथपथ हो जमीन पर गिरकर छटपटाने लगा, हमलावर वहां से भाग निकला।
चिंटू ने कहा - लौटा देंगे रुपए, फिर भी नहीं माना
बताया गया है कि रंगलाल उर्फ झुन्ना चिंटू को अकोढ़ीगोला बाजार जाते समय बीस रुपया देकर कुछ समान लाने को कहा था। जिसे चिंटू लाना भूल गया। उसी को लेकर रंगलाल उसके दरवाजे पर पहुंचा। चिंटू ने पैसा लौटाने की बात भी कही। जिस पर रंगलाल उसके साथ गाली गलौज करने लगा। दरवाजे पर हो रही शोर सुनकर महेंद्र यादव घर से बाहर निकले। जो रंगलाल को समझा बुझाकर वापस भेजा तो वह घर जाकर एक धारदार कैंची लाया और दोबारा चिंटू को घर से बाहर बुला सीधे उसके गर्दन पर वार कर दिया।
गर्दन की बायीं तरफ कैंची का वार लगते ही काफी मात्रा में खून बहने लगा। जिससे बेहोश होकर चिंटू अपने दरवाजे पर ही गिर पड़ा। हालांकि बच्चे के पिता ने पुलिस को पैसे वाली बात नहीं बताई। इसकी चर्चा उनके परिजनों ने दरवाजे पर मातमपूर्सी करने लोगों से की है।
आज हाईस्कूल में होनेवाला था एडमिशन, खरीदी गई थी किताबें
चिंटू के पिता महेंद्र सिंह ने बताया कि शुक्रवार को प्रेम नगर हाई स्कूल में वे अपने बेटे का नामांकन कराने वाले थे। जिसको लेकर वह काफी उत्साहित था। नौवीं कक्षा में नामांकन की सभी तैयारी पूरी हो गई थी। खरीदकर लाए गए कॉपी किताब को चिंटू ने सहेजकर रखा था। इसी बीच उसके साथ यह घटना घटी। घटना के बाद चिंटू की मां सोना देवी की हालत अर्द्ध विक्षिप्तों जैसी है। जो अपने बेटे को प्यार से गोलू कहा करती थी। जब भी उनकी बेहोशी टूटती है तो बेटे की याद में छाती पीटकर रोने के बाद पुन: बेहोश हो जाती हैं। इधर मौके पर पहुंची मुखिया किरण देवी ने परिवार को सांत्वना देने के बाद कबीर अत्येंष्टि योजना के तहत दाह संस्कार की राशि उपलब्ध कराई है।