IPS अधिकारी राकेश दूबे की मुश्किले और बढ़ी ! ईओयू के बाद अब ED भी पीछे लगी, दर्ज किया केस...होगी पूछताछ

PATNA: आईपीएस अधिकारी राकेश दूबे बालू के अवैध खनन के मामले में पूरी तरह से घिर गए हैं. पहले ही ईओयू के लपेटे में थे अब तो प्रवर्तन निदेशालय भी पीछे लग गया है। भोजपुर के तत्कालीन एसपी राकेश कुमार दूबे पर ईडी ने ईसीआईआर दर्ज किया है. अब पीएमएलए के तहत जांच शुरू हो गई है। जानकारी के अनुसार, राकेश दूबे को समन जारी किया गया है. जल्द ही उनसे ईडी पूछताछ कर सकती है. ईडी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आईपीएस अधिकारी राकेश दूबे की आय से अधिक करीब 2.55 करोड़ के मामले में जांच की जा रही है। पीएमएलए के तहत दोषी पाए जाने पर संपत्ति जब्ती के साथ ही सात साल के सजा का भी प्रावधान है।
भोजपुर के एसपी रहने के दौरान बालू के अवैध खनन मामले में राकेश दूबे को संपिल्पत पाया गया था. इसके बाद सरकार ने उन्हें हटा दिया था.फिर आरोपी राकेश दूबे के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में मुकदमा दर्ज कर सितंबर 2021 में उनके कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसके बाद सरकार ने उन्हें निलंबित कर दिया था. आज तक वे निलंबित ही चल रहे हैं.
बड़ा मामला होने की वजह से ईओयू ने राकेश दूबे के खिलाफ पीएमएलए के तहत जांच के लिए ईडी से अनुशंसा की थी। ईओयू की अनुशंसा के बाद ईडी ने पीएमएलए के तहत जांच शुरू कर दिया है.ईओयू की रेड में आईपीएस अधिकारी राकेश दुबे पर अपनी पत्नी, स्वजनों, मित्रों व व्यावसायिक सहभागियों के जरिए काले धन को सफेद बनाने यानी मनी लांड्रिंग करने के भी प्रमाण मिले थे. बिल्डरों से साठ-गांठ कर कई राज्यों के आधा दर्जन से अधिक कंस्ट्रक्शन कंपनियों में अवैध तरीके से नकद राशि निवेश के कागजात मिले थे. इसके अलावा होटल, रेस्तरां, मैरेज हाल व भू-खंडों में भी करोड़ों रुपये निवेश की बात सामने आई थी. छापा के बाद ईओयू ने बताया था कि अवैध तरीके से कमाए गए करोड़ों रुपये ब्याज पर भी लगाए गए. उनकी मां और बहन के नाम पर भी कई चल एवं अचल संपत्तियों की जानकारी मिली थी.