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बेतिया स्वास्थ्य विभाग में इंजेक्शन की खरीद में बरती गयी अनियमितता, जिलाधिकारी ने दिए जांच के आदेश

बेतिया स्वास्थ्य विभाग में इंजेक्शन की खरीद में बरती गयी अनियमितता, जिलाधिकारी ने दिए जांच के आदेश

BETTIAH : पश्चिम चम्पारण के जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार ने एन्टी डी एमोनोग्लोबीन इंजेक्शन खरीद मामले में जिला स्तरीय जांच टीम से रिपोर्ट माँगा है। जांच टीम मे डीडीसी प•चम्पारण, अनुमंडल पदाधिकारी बेतिया और जिला लेखा पदाधिकारी शामिल हुए। विदित हो की पूर्व मे असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी बेतिया द्वारा पांच सदस्यीय टीम का गठन कर जांच कराई गई थी। जिसके आलोक मे जांच रिपोर्ट के पत्रांक 250 दिनांक 11मई 2022 के आलोक मे 2500 इंजेक्शन की मात्रा खरीदी गई थी। 

सबसे बड़ी बात यह की एन्टी डी एमोनोग्लोबीन नामक महँगी दवा मात्र वैसी गर्भवती महिलाओ को उनके गर्भाश्त शिशु के सुरक्षा हेतु दी जानी चाहिये। जिसका अपना ब्लड ग्रुप आरएच नेगेटिव हो व उसके पति और गर्भस्थ शिशु का ब्लड ग्रुप आरएच पोजिटिव हो। वह इंजेक्शन उन्ही स्वास्थ संस्थान मे देनी है, जहाँ एएनसी के दौरान ग्रुप और आरएच टैपिंग करने की सुविधा हो और जहाँ अनुभवी प्रसव रोग विशेषज्ञ चिकित्सक पदस्थापित हो। लेकिन जांच मे वस्तु स्थिति सही नही पाया गया। विशेषज्ञो ने दवा का दुरूपयोग माना है। 


वही जिला दवा भंडार और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रो से स्टॉक मिलान सही नही पाया गया और 33 लाख 77 हजार 400 रूपये का बिना दवा क्रय किये गबन किया गया है। जांच कमिटी ने रिपोर्ट कर सिविल सर्जन बेतिया को बताया है। जिसमे जांच कमिटी द्वारा यह भी स्पष्ट रूप से यह बताया गया है की इसके मुख्य आरोपी पूर्व सिविल सर्जन डाक्टर गोपाल कृष्ण और तत्कालीन जिला लेखा प्रबंधक विनोद कुमार और जिला कार्यक्रम प्रबंधक सलीम जावेद तत्कालीन क्रय लिपिक रामाशीष बैठा , जिला दवा भंडारपाल मुर्तजा हुसैन का सक्रिय सहयोग गबन मामले मे आया है। इस मामले मे पूर्व में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रधान सहायक और दवा भंडार पालक को इस मामले में पहले सस्पेंड व इनके इंक्रीमेंट काटते हुए इन्हे सस्पेशन मुक्त किया गया। लेकिन आठ सालो मे वह राशि वसूली नही हुआ जो गबन मे आया था। 

गौरतलब है की अब इस मामले मे बेतिया स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला पदाधिकारी की सख्ती पर खानापूर्ति करते हुए पूर्व जिला लेखा प्रबंधक सह संचिका सहायक विनोद कुमार पर बेतिया नगर थाना मे सिविल सर्जन के आदेश पर प्राथमिकी दर्ज की गई। जबकी इसके मुख्य आरोपित पूर्व सिविल सर्जन गोपाल कृष्ण और  जिला स्वास्थ्य कार्यक्रम प्रबंधक सलीम जावेद पर नहीं हुआ। जबकि जिला स्वास्थ्य कार्यक्रम प्रबंधक सलीम जावेद और सिविल सर्जन डा.गोपाल कृष्ण के संयुक्त हस्ताक्षर से पैसा की निकासी थोडा थोडा कर कई बार हुई है। स्वास्थ्य विभाग के इस कारनामे को एक बार फिर सुर्खिया मिली। जब जिला पदाधिकारी ने एक बार फिर से जांच  टीम गठन कर रिपोर्ट तलब की है। अब देखना यह होगा की इस बार जांच टीम किनके ऊपर गाज गिरायेगी या पुनः अपना रिपोर्ट पेश करेगी। जिससे स्वास्थ्य विभाग मे हड़कंप मचा है। 

बेतिया से आशीष कुमार की रिपोर्ट 

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