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इस स्कूल में परिवारवाद की सारे हदें पार, चपरासी, हेडमास्टर से लेकर शिक्षक तक सभी एक ही घर से

 इस स्कूल में परिवारवाद की सारे हदें पार, चपरासी, हेडमास्टर से लेकर शिक्षक तक सभी एक ही घर से

बलिया। राजनीति में अक्सर परिवारवाद की शिकायत सामने आती रही है। विशेषकर यूपी में सभी राजनीतिक दलों पर यह आरोप लगते रहे हैं। लेकिन शायद ही कभी यह सुना होगा किसी सरकारी स्कूल के सारे पदों पर एक ही परिवार के लोग काबिज हों। 

मामला जिले के आखिरी छोर पर स्थित श्रीभगवान बालिका पूर्व माध्यमिक विद्यालय अवराईकला किड़िहरापुर नगरा बलिया से जुड़ा है। इस विद्यालय में स्टाफ की नियुक्ति में घोर अनियमितता की शिकायत की गई है। अवराईकला निवासी रमावती देवी ने जिलाधिकारी को पत्र भेजकर इस विद्यालय की जांच कराने की मांग की है। उनका आरोप है कि इस विघालय में सभी स्टाफ एक ही परिवार से है। इसमें अंजनी देवी पत्नी स्व. सीताराम चपरासी, रेनू गुप्ता पत्नी प्रमोद गुप्ता सहायक अध्‍यापक, रंजना गुप्ता पत्नी मनोज गुप्ता सहायक अध्‍यापक, प्रदीप कुमार गुप्ता पुत्र स्व. श्रीभगवान गुप्ता कर्लक, रीना गुप्ता पत्नी प्रदीप कुमार गुप्ता प्रधान अध्‍यापक के पद पर नियुक्त हैं।आरोप लगाया गया है कि सभी स्टाफ की शैक्षिक योग्यता, प्रमाण पत्र व जाति प्रमाण पत्र भी संदेहास्पद हैं।

स्कूल में नहीं आते कोई बच्चे, हर माह लाखों रुपए मिलते हैं तनख्वाह

एक ही परिवार के सभी लोगों की सभी पदों पर नियुक्ति से प्रश्नचिन्ह खड़ा हो रहा है। वर्तमान में इस विद्यालय में एक भी बच्चे पढ़ने नहीं आते हैं। यहां पर सभी सरकार के नियम बेकार साबित हो रहे हैं। प्रत्येक माह इस विद्यालय पर सरकार का लाखों रूपया कर्मचारियों के तन्खवाह के रूप में खर्च होता है। फिर भी इस विद्यालय पर शिक्षा व्यवस्था का कहीं कोई अता पता नहीं।

इस तरह से है आपस में रिश्ता

इसमें चपरासी अंजनी देवी, रीना गुप्ता व रेनू गुप्ता की सास हैं। वहीं इसके प्रबंधक ओमप्रकाश गुप्ता निवसी अखोप की समधन हैं। जबकि रंजना व प्रदीप की चाची भीइसमें शामिल हैं। चपरासी अंजनी देवी श्रीसुखदेव पुरूषोत्‍‍‍‍तम उच्‍चतर माध्यमिक पुरूषोत्‍तमनगर अवराईकला की प्रबंधक भी हैं। ये सभी लोग एक ही परिवार के हैं। विद्यालय के बगल में ही इनका घर है। ये लोग घर पर ही रहते हैं। जब किसी अधिकारी के आने की सूचना मिलती है तो विद्यालय में पहुंच जाते हैं। 

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