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'जय भीम, जय फिलिस्तीन...', असदुद्दीन ओवैसी ने संसद में शपथ के दौरान लगाया नारा, सांसदी पर मंडरा रहा है खतरा? राष्ट्रपति से हो गई शिकायत, क्या कहता है नियम , जानिए

'जय भीम, जय फिलिस्तीन...', असदुद्दीन ओवैसी ने संसद में शपथ के दौरान लगाया नारा, सांसदी पर मंडरा रहा है खतरा? राष्ट्रपति से हो गई शिकायत, क्या कहता है नियम , जानिए

दिल्ली- 18वीं लोकसभा केदो दिनों में सभी नवनिर्वाचित सांसदों का शपथ ग्रहण चला. इस दौरान कई नजारे दिखे. राहुल गांधी संविधान की कॉपी दिखाते पहुंचे  तो कोई सांसद पीएम मोदी की जय करता दिखा, तो किसी ने हेडगेवार की जय कहा.  सबसे ज्यादा विवाद असदुद्दीन ओवैसी को लेकर हो रहा रहै.  ओवैसी ने शपथ लेने के दौरान फिलिस्तीन के पक्ष में नारा लगा दिया, इसके बाद उनकी संसद सदस्यता पर खतरा मंडराने लगा है.  ओवैसी को सांसद के तौर पर अयोग्य घोषित करने के लिए राष्ट्रपति के समक्ष शिकायत दर्ज की गई है. 

भाजपा के सांसदों के विरोध के बाद  प्रोटेम स्पीकर ने फिलिस्तीन की जय बोलने वाली लाइन को कार्यवाही से हटा दिया है.इसके बाद भी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. सांसदों की अयोग्यता से जुड़ा एक नियम यह कहता है कि “यदि कोई व्यक्ति भारत का नागरिक नहीं है, या उसने स्वेच्छा से किसी दूसरे देश की नागरिकता प्राप्त कर ली है, या किसी दूसरे देश के प्रति निष्ठा या लगाव रखता रखता है.” तो वह भारतीय संविधान के अनुच्छेद 102 के तहत अयोग्य घोषित हो जाएगा.

असदुद्दीन ओवैसी ने 25 जून को संसद सत्र के दौरान ओवैसी ने उर्दू में शपथ ली. ओवैसी ने शपथ लेने से पहले दुआ पढ़ी. इसके बाद उर्दू में शपथ ली. शपथ के बाद ओवैसी ने  जय भीम, जय मीम, जय तेलंगाना, जय फिलिस्तीन कहा.  बवाल जय फिलिस्तीन कहने पर हुआ क्योंकि फिलिस्तीन के नारे लगाने का विरोध कई सांसदों ने किया. 

पीठ पर आसीन राधामोहन सिंह ने सदस्यों को आश्वासन दिया कि शपथ के अलावा कुछ भी रिकॉर्ड में नहीं जाएगा. कुछ मिनट तक हंगामा जारी रहा, जिसके बाद शपथ ग्रहण दोबारा शुरू हुआ. इसके बाद आसन पर लौटे प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने कहा कि केवल शपथ का मूल पाठ ही रिकॉर्ड में दर्ज किया जा रहा है. महताब ने कहा, ‘‘मैंने पहले भी कहा है कि कृपया शपथ के मूलपाठ के अलावा किसी और चीज का जिक्र करने से बचें। इसका पालन किया जाना चाहिए.’’


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