सीकर जिले के फतेहपुर में रविवार की सुबह एक बच्चा अचानक ट्रेन के नीचे आ गया. बच्चे के ऊपर से ट्रेन का इंजन और कई बोगियां गुजर गईं, लेकिन बच्चे को खरोंच तक नहीं आई.एक लापरवाही भरी घटना में चमत्कार देखने को मिला. यहां एक माँ की लापरवाही बच्चे के लिए जानलेवा बन सकती थी, लेकिन कहते हैं न कि ‘जाको राखे साइयां मार सके ना कोय’, यहां भी किस्मत ने बच्चे के लिए इसी कहावत को चरितार्थ किया.
राजस्थान के सीकर जिले के फतेहपुर में रविवार की सुबह खानाबदोश परिवार की एक महिला अपने दो साल के बेटे को लेकर रेलवे स्टेशन के पास शौच के लिए गई थी. इस दौरान उसने बच्चे को रेलवे ट्रैक पर बिठा दिया और खुद झाड़ियों के पीछे चली गई. उसी समय वहां से एक मालगाड़ी आ गई. ट्रेन की आहट से बेखबर बच्चा पटरियों के बीच में गिर गया।
हवा के झोंके से बच्चा सीधे दो पटरियों के बीच में गिर गया. पूरी मालगाड़ी उसके ऊपर से गुजर गई. हादसे के बाद बच्चे को मामूली चोटें आईं लेकिन गंभीर रूप से वह घायल नहीं हुआ. घटना के बाद घबराई हुई मां मौके से बच्चे को लेकर भाग गई.
वहीं वहां मौजूद लोगों का कहना है कि हमने एक कहावत सुना है जाको राखे साईंयां ,, मार सके न कोय ,, जो आज देखने को मिला.