मुंगेर बिहार में एक तरफ जहां चुनाव को लेकर तनाव की स्थिति बनी है वहीं बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के एक दिन पहले मुंगेर में मां दुर्गा की मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई गोलीबारी और पथराव में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए थे. स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस द्वारा की गयी गोलीबारी में 20 साल के युवक की मौत हो गयी थी.विवाद इतना बढ़ गया कि वहां के एसपी-डीओं को तत्काल हटाना पड़ा है। इस घटना के बाद बिहार की राजनीति में उबाल आ गया है।अब शिवसेना ने भी बड़ा हमला बोला है।शिवसेना ने इसे हिंदुत्व पर हमला करार दिया है.
शिवसेना का विरोध
इस घटना क्रम पर शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा है, 'यह हिंदुत्व पर हमला है.' राउत ने कहा, 'मुंगेर गोलीबारी की घटना हिंदुत्व पर हमला है. यदि ऐसी घटना महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल या राजस्थान में होती थी, तो राज्यपाल और भाजपा नेता राष्ट्रपति शासन की मांग करते. तो बिहार के राज्यपाल और भाजपा नेता सवाल क्यों नहीं उठा रहे हैं?'
सात दिन में रिपोर्ट की मांग
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दुर्गा की मूर्ति विसर्जन के लिए जाने के दौरान मूर्ति को ले जाने के बांस से बने वाहक के टूट जाने के बाद दिक्कत शुरू हो गई थी और इसे ठीक करने में समय लग रहा था. मूर्ति को ले जाने वाले वाहक की मरम्मत में हुई देरी के कारण अन्य मूर्ति जुलूस रास्ते में फंसे हुए थे.प्रशासन चाहता था कि जुलूस जल्दी से जल्दी निकले क्योंकि सुरक्षाकर्मियों को बुधवार को चुनाव ड्यूटी पर तैनात किया जाना था. इस घटना के बाद जिले में तनाव बढ़ गया है और स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गयी है.
बढ़ते विवाद को देख कर निर्वाचन आयोग ने मुंगेर के जिलाधिकारी राजेश मीणा और पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह को तत्काल हटाने का आदेश दिया है और मगध प्रमंडल के आयुक्त असंगबा चुबा एओ को पूरे मामले की जांच करने के लिए कहा है.अपर निर्वाचन अधिकारी संजय कुमार सिंह ने बताया कि मौजूदा स्थिति के मद्देनजर निर्वाचन आयोग ने इन दोनों अधिकारियों को तत्काल हटाने का आदेश दिया है. उन्होंने बताया कि आयोग ने मगध प्रमंडल के आयुक्त असंगबा चुबा एओ को पूरी घटना की जांच कर अगले सात दिनों में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है.