JAMUI : बिहार में खेलों की खराब स्थिति के बावजूद अब धीरे-धीरे बिहार के खिलाड़ी अपनी पहचान बनाने में कामयाब हो रहे हैं। बिहार के जमुई की रहनेवाली जूही प्रजापति ऐसी ही खिलाड़ियों में शामिल है। महज 10 साल की उम्र में ही जूही ने देश के 28 राज्यों की 3000 खिलाड़ियों को पीछे छोड़ते हुए जयपुर में आयोजित कराटे चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने में कामयाबी हासिल की है।
जूही मूल रूप से जमुई के सिमुलतला की रहने वाली है। अभी पूरा परिवार जयपुर में रहता है। जूही की इस सफलता ने सिमुलतला थाना क्षेत्र के खुरंडा गांव का नाम राष्ट्रीय पटल पर ला रखा है. जी हां, जूही खुरंडा गांव की रहने वाली है. इसके पिता का नाम मंटू प्रजापति और मां का नाम रिंकी देवी है।
जयपुर की रानी भी हुई प्रतिभा की कायल
जूही की अच्छी खेल प्रतिभा को देखते हुए जयपुर की रानी दिया कुमारी भी प्रभावित हुई हैं। जयपुर के नामी विद्यालय द पैलेस स्कूल में मुफ्त में प्रवेश करा दिया है. बता दें कि सिमुलतला थाना क्षेत्र अंतर्गत खुरंडा गांव निवासी मंटु कुमार प्रजापति अपने बाल बच्चों के साथ जयपुर शहर में रहकर मजदूरी करते हैं।
कोच ने बताया - जूही में अपार संभानवाएं
जिले के पिछड़े इलाके सिमुलतला की जूही प्रजापति की प्रतिभा को देखते हुए ही इसके कोच और ट्रेनर इस पर काफी मेहनत कर रहे हैं. अलग-अलग कराटे चैम्पियनशिप में जूही अबतक दर्जनों मेडल जीत चुकी है. जूही के कोच निर्मल बोहरा और मोहन श्रेष्ठ ने बताया कि यह काफी मेहनती है और हर एक मूव बहुत जल्दी सीख जाती है. इसमें काफी संभावनाएं हैं।