लोकसभा चुनाव के पहले जदयू अध्यक्ष ललन सिंह को अपने संसदीय क्षेत्र मुंगेर में लगा बड़ा झटका, मुस्लिम वोटों में टूट तय

पटना. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह मुंगेर से लोकसभा सदस्य हैं. वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में भी उनके मुंगेर से ही चुनाव लड़ने की संभावना है. लेकिन, अपने ही संसदीय क्षेत्र में ललन सिंह को चुनाव से पहले एक बड़ा झटका लगा है. दरअसल, पूर्व सांसद मोनाजिर हसन ने रविवार को जदयू से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी. वे जदयू के बड़े मुस्लिम चेहरे के रूप में मुंगेर में देखे जाते हैं. वे मुंगेर से 4 बाद विधायक भी रह चुके हैं. ऐसे में उनका अब जदयू छोड़ना एक ओर पार्टी के लिए बड़ा झटका है तो दूसरी ओर इसे ललन सिंह के लिए मुंगेर में भी एक झटका देखा जा रहा है.

दरअसल, मुंगेर संसदीय क्षेत्र के 6 विधानसभा क्षेत्रों में करीब 1.5 लाख मुस्लिम वोटर हैं. अकेले मुंगेर जिले में बड़ी संख्या में मुस्लिम आबादी है. ऐसे में मोनाजिर का पार्टी छोड़ने का ऐलान यहां के मुस्लिम वोटों पर असर डाल सकता है. मोनाजिर हसन ने अपना राजनीतिक कॅरियर मुंगेर में राजद कार्यकर्ता के रूप में शुरू किया था. वे बाद में राजद से चार बार मुंगेर से विधायक रहे. लालू प्रसाद ने उन्हें मंत्री बनाया था.

वहीं 2005 में जब बिहार में एनडीए का शासन आया तो मोनाजिर हसन जदयू में शामिल हो गए. हालांकि उनके जदयू में रहते हुए भी उनकी पत्नी राजद के टिकट पर चुनाव लड़ी थीं. वहीं जब बिहार में भाजपा और जदयू में दूरी बन गई थी और 2014 में जदयू ने भाजपा से रिश्ता तोड़ दिया था तब नीतीश कुमार के इस फैसले से नाखुश होकर मोनाजिर हसन ने जुलाई 2014 में अपने समर्थकों के साथ भाजपा का दामन थाम लिया. चार बार मुंगेर से विधायक रहे मोनाजिर हसन 2009 में बेगूयराय से लोकसभा के लिए चुने गए थे. 

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अब मोनाजिर ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव दोनों ने अपने अपने दलों में और महागठबंधन में बड़े बड़े मुस्लिम नेता हाशिये पर डाल दिए गए हैं. उन्होंने यहां तक कहा कि जदयू में 90 फीसदी कार्यकर्ता का दम घुट रहा है. मोनाजिर के बारे में कहा जा रहा है कि वे भाजपा में जा सकते हैं. ललन सिंह को मुंगेर में घेरने की यह भाजपा की बड़ी रणनीति हो सकती है. ऐसे में मुसलमानों के प्रभावी वोट बैंक वाले मुंगेर लोकसभा में मोनाजिर हसन का जदयू छोड़ना आने वाले लोकसभा चुनाव में ललन सिंह को एक नई चुनौती झेलने के लिए मजबूर कर सकता है.