JAMTARA: जामताड़ा से कांग्रेस विधायक डॉ. इरफान अंसारी एक बार फिर अपने बयानों की वजह से चर्चा में आ गए हैं। इसबार उनके निशाने पर कोई आम शख्सियत नहीं, बल्कि झारखंड का राजकीय पशु है। वन संपदा और प्रकृति के लिए काफी मशहूर झारखंड में आमतौर पर झुंड में हाथी घूमते मिल ही जाते हैं। कई बार झुंड से बिछड़ जाने पर या गुस्सा जाने पर आसपास के गांव वालों पर गजराज का कहर टूट पड़ता है और हाथी घर सहित फसलों को नष्ट कर देते हैं। इतना ही नहीं, गजराज गुस्सा जाने पर रास्ते में आने वाले लोगों की जान भी नहीं बख्शते हैं। इसी क्रम में जामताड़ा विधानसभा क्षेत्र में एक जंगली हाथी की वजह से इलाके के लोग काफी ज्यादा परेशान हैं। लोगों ने बताया कि यह हाथी झुंड से बिछड़कर अलग हो गया है और उन पर कहर बरपा रहा है। उस वजह से इलाके के लोग काफी ज्यादा परेशान है क्योंकि यह हाथी अब तक कई ग्रामीणों को कुचलकर मार चुका है साथ ही फसलों और घरों को भी नष्ट कर चुका है।
इस संबंध में परेशान ग्रामीणों ने जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी से मुलाकात की और इनसे इस संबंध में कार्रवाई करने की मांग की। जिसके बाद विधायक इरफान अंसारी ने सीधे मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए ट्वीट किया। अपने ट्वीट में विधायक ने लिखा कि एक पागल हाथी ने जामताड़ा में आतंक मचा दिया है। मैं राज्य सरकार से मांग करता हूं कि ऐसे पागल हाथी का उचित इलाज किया जाए। हाथी ने मेरे क्षेत्र के लगभग सैकड़ों लोगों की जान ली है। रेंजर जल्द से जल्द वन विभाग के पदाधिकारी के साथ आएं और हाथी पर काबू करने का प्रयास करें। इसके अलावा हाथी द्वारा उजाले गए घर की भी मरम्मत कराएं।
इतना ही नहीं, विधायक ने सीधे तौर पर गांव वालों से कह दिया है कि अगर उन्हें यह हाथी कहीं भी मिल जाता है तो वह उसकी जान ले सकते हैं। यानी कि अपने बचाव में उसे मार सकते हैं। लोगों को भी अपने परिवार सहित जान का डर है। हालांकि, आपको बता दें, कि हाथी झारखंड का राजकीय पशु है। अब हाथी की हत्या कितना बड़ा गुनाह हो सकता है, उसका अंदाजा आप स्वयं लगा सकते हैं। अब इरफान अंसारी द्वारा पागल हाथी के उचित इलाज करने की मांग को सीएम हेमंत सोरेन किस तौर पर देखते हैं और क्या फैसला लेते हैं, यह देखना दिलचस्प होगा।