पटना... राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के फोन मामले को लेकर बीजेपी विधायक ललन पासवान ने गुरुवार को निगरानी थाने में एफआईआर तक दर्ज करवा दी है। घटना के तीन दिन बीत जाने के बाद जहां बिहार की राजनीति गरमाई हुई है तो दूसरी तरफ राजद के नेता का बयान नहीं आना भी कई सवाल खड़े कर रहा है। दो दिन से लालू प्रसाद के चल रहे कथित ऑडियो का मामला को लेकर भाजपा भले ही सदन से सड़क तक हमलावर बना हो, लेकिन महागठबंधन और राजद नेता तेजस्वी यादव का अभी तक कोई बयान नहीं आया है।
सोशल मीडिया पर सक्रिये रहने वाले तेजस्वी यादव ने पिछले दो दिनों में सिर्फ अहमद पटेल और संविधान दिवस पर ट्वीट किया है, लेकिन अपने पिता के हो रहे अपमान को लेकर न तो कोई औपचारिक बयान दिया है और न ही सोशल मीडिया के जरिए अपनी बात रखी है।
इस बीच जदयू के नेता ने भी तेजस्वी यादव के मौन पर सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि जिस बेटे को सत्ता तक पहुंचाने के लिए बाप बुढ़ापे में भी धतकर्म से बाज नहीं आया वो बेटा इस मुद्दे पर मौन हो गया है।। आखिर इस खामोशी का राज क्या है? इस सवाल के साथ नीरज कुमार ने एक के बाद एक दो ट्वीट कर राजद नेता तेजस्वी यादव पर हमला बोला है। पहले ट्ववीट में नीरज कुमार ने कुछ इस तरह से हमला किया है।
'श्री श्री 420' सजायाफ्ता कैदी नंबर-3351 @laluprasadrjd पर एक और मुकदमा हो गया।
— Neeraj kumar (@neerajkumarmlc) November 27, 2020
मगर जिस बेटे को सत्ता तक पहुँचाने के लिए बाप बुढ़ापे में भी धतकर्म से बाज नहीं आया वो बेटा इस मुद्दे पर मौन हो गया है।। @yadavtejashwi इस खामोशी का राज क्या है?
वहीं, दूसरे ट्वीट में जदयू नेता नीरज कुमार ने कहा कि लालू की फोन वाली करतूत से अपनी छीछालेदर होता देख झारखंड सरकार ने उन्हें कोरोना प्रूफ मानते हुए रिम्स डायरेक्टर के बंगले से उठाकर फिर से पेइंग वार्ड में भेज दिया।
'श्री श्री 420' सजायाफ्ता कैदी नंबर-3351 @laluprasadrjd पर एक और मुकदमा हो गया। लालू की फोन वाली करतूत से अपनी छीछालेदर होता देख झारखंड सरकार ने उन्हें कोरोना प्रूफ मानते हुए रिम्स डायरेक्टर के बंगले से उठाकर फिर से पेइंग वार्ड में भेज दिया।
— Neeraj kumar (@neerajkumarmlc) November 27, 2020
ऑडियो के आधार पर भाजपा और जेडीयू ने पूरी तरह से बिहार मे राजनीतिक हंगामा खड़ा कर रखा है। चारा घोटाले में रांची में सजा काट रहे लालू प्रसाद पर बिहार में नीतीश कुमार के तख्ता पलट के आरोपों के साथ एनडीए के सभी घटक दल आक्रमक हैं। ऑडियो वायरल होने के बाद अब एनडीए ने जहां लालू प्रसाद को दिल्ली के तिहाड़ जेल में भेजने की मांग कर दी है तो वहीं दूसरी ओर राजद के नेता ने इसे पूरी तरह से नकारा दिया है।