बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

भाजपा के लिए जीतन राम मांझी का उमड़ा प्रेम, कहा - नीतीश जी, उनके साथ जाते हैं, तो होगी खुशी, जानें क्या है इसके मायने

भाजपा के लिए जीतन राम मांझी का उमड़ा प्रेम, कहा - नीतीश जी, उनके साथ जाते हैं, तो होगी खुशी, जानें क्या है इसके मायने

GAYA : कभी एनडीए, कभी महागठबंधन की सरकार में नीतीश कुमार के साथ साथ चल रहे हम के संरक्षक जीतन राम मांझी भी चाहते हैं कि बिहार में फिर से भाजपा और जदयू के साथ वाली सरकार बनती है, तो उन्हें इस फैसले का स्वागत करेंगे। उक्त बातें उन्होंने गया में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कही। इससे पहले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) ने कहा था कि नीतीश कुमार भाजपा से संपर्क में हैं। पीके ने बिहार सीएम के लिए कहा था कि वह दोबारा पाला बदल सकते हैं।

मीडिया से बात करते हुए मांझी ने कहा कि राजनीति में कुछ भी संभव है। मांझी ने कहा कि राजनीति में दो और दो को जोड़ें तो चार भी होता है और छह भी। ऐसे में कुछ भी संभव हो सकता है। बिहार के हित में यदि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा से संपर्क में जाकर कोई अलग कदम उठाते हैं, तो वह इसका स्वागत करेंगे। हालांकि बाद में उन्होंने यह भी कहा कि फिलहाल में इस तरह के हालात नहीं हैं।

मांझी के इस बात के हैं मायने

बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके जीतन राम मांझी के बयान के अलग मायने भी निकाले जा रहे हैं। चार विधायकों वाली मांझी की पार्टी को वह महत्व नहीं मिल रहा है, जो कभी एनडीए सरकार में मिल रही थी। महागठबंधन में पूर्ण बहुमत की सरकार है और यहां कई पार्टियां ऐसी है, जिनके पास हम से अधिक विधायक है। यहां वह अपने किसी मांग को लेकर बिहार सरकार वह दबाव नहीं बना पा रहे है, जो वह कभी एनडीए सरकार में बना रहे थे। जाहिर है कि मांझी को अब इस बात का एहसास होने लगा है और उन्होंने भी इच्छा जाहिर कर दी है।

पीके ने सबसे पहले कही थी यह बात

जन सुराज यात्रा पर निकले प्रशांत किशोर ने कहा था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा से संपर्क में हैं। पीके ने कहा था कि अगर स्थिति की मांग होती है तो नीतीश फिर से बीजेपी के साथ गठजोड़ कर सकते हैं। प्रशांत किशोर ने कहा था कि नीतीश कुमार ने जदयू से राज्यसभा सदस्य और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश के माध्यम से भाजपा के साथ संचार की एक लाइन खुली रखी है। हालांकि नीतीश ने पीके के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि वह कुछ भी बोलते रहते हैं। भाजपा से संपर्क जैसी कोई बात नहीं है। 


Suggested News