नवादा में मजदूरों से बोले पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी, कहा अत्याचार से डरना नहीं, लड़ना सीखो

NAWADA : पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी सोमवार को जिले के वारिसलीगंज प्रखंड पहुंचे। बरनावां अनुसूचित टोला में आयोजित एक सभा को सम्बोधित करते उन्होंने कहा कि मजदूरों का पलायन रोक पाने में सरकार विफल है। रोजगार नहीं मिलने पर भूखे मजदूर दादनी के रूप में भट्ठा मालिकों से अग्रिम राशि लेकर दूसरे प्रदेश के ईंट भट्ठों पर चले जाते हैं। जहां मजदूरों के साथ अत्याचार किया जाता है। विरोध करने पर उनकी बेरहमी से पिटाई की जाती है।
ऐसे भट्ठा संचालकों एवं मजदूर ठेकेदारों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी कहा कि जुल्म करने वाले से ज्यादा दोषी जुल्म सहने वाला होता है। अन्याय करने वालों के फन को कुचल डालो, डरना नहीं लड़ाना सीखो। प्रशासन को नसीहत देते हुए उन्होंने कहा कि बाहर भेजने वाले मजदूरों का पूरा नाम पता तथा अग्रिम राशि की सूचना के साथ रजिस्ट्रेशन होना अनिवार्य किया जाय।।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार की व्यवस्था मैंने मुख्यमंत्री रहते किया था, परंतु सरकार बदली सबकुछ बदल दिया गया। सभा की अध्यक्षता एवं संचालन हम के जिलाध्यक्ष अशोक कुमार मांझी ने किया।
मजदूरों ने पूर्व सीएम को बताया कि मारपीट के दौरान भट्ठा संचालक दोनों भाईयो द्वारा महिला मजदूरों के साथ बदतमीजी की जाती है। उनके पतियों एवं पुत्रों को लोहे के रॉड को गर्म कर पैर को जलाया गया है। कई कई दिनों तक भूखे अपने ऑफिस में बंधक बना कर रखता है। इस प्रकार की शिकायत दर्जनभर महिला मजदूरों ने अपने नेता से किया, जिसपर पूर्व सीएम ने पटना पहुंचकर डीजीपी एवं अन्य वरीय अधिकारियों से बात कर कार्रवाई करवाने का आश्वासन दिया। साथ स्थानीय पुलिस की शिशिलता पर आश्चर्य व्यक्त किया। मौके पर पार्टी के जिला उपाध्यक्ष सनोज साव, प्रखंड अध्यक्ष रामवृक्ष मांझी, सचिव दीन दयाल भगत तथा संतोष कुमार आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।
नवादा से अमन सिन्हा की रिपोर्ट