PATNA: बिहार में बढ़ते कोरोना संकट के बीच पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी चर्चा में आ गए है. आरोप है कि उन्होंने लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन किया है. दरअसल बीते बुधवार को जब उनका काफिला निकला तो एक के बाद सात गाड़ियां नालंदा होते हुए गुजरीं और हूटर बजाकर वीआइपी मूवमेंट का अहसास कराया था. बताया जा रहा है कि इस काफिले में कई सुरक्षाकर्मी व अन्य लोग शामिल थे. इसमें पुलिस एस्कार्ट के साथ निजी गाड़ियां भी थीं. आरोप है कि सभी गाड़ियों में चार से अधिक लोग बैठे नजर आए थे. अब इस मामले में घिर रहे जीतन राम मांझी का बयान आया है. उन्होंने कहा कि क्या हमसे आप आम लोगों की तुलना करेंगे. मैं आज फिर से गया के महकार जाऊंगा.
जीतन राम मांझी को आया गुस्सा
जीतन राम मांझी लॉकडाउन उल्लंघन के लिए मीडिया के सवाल पर झल्लाते हुए बोले कि मुझे विधान सभा सचिवालय से कार्यक्रम के लिए बुलावा आया था. इसलिए आया था. मैंने कोई लॉकडाउन का उल्लंघन नहीं किया है. क्या आप मेरी तुलना आम लोगों से करेंगे. मेरे पूरे मूवमेंट की जानकारी सरकार को थी फिर बेवजह इससे मुद्दा बनाया जा रहा है.
क्या है पूरा मामला
पूर्व मुख्यमंत्री बुधवार को लॉकडाउन के दौरान अपने गांव महकार से पटना आए थे और इस दौरान उनके साथ गाड़ियों का बड़ा काफिला था. गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान कार में तीन लोगों से अधिक के बैठने की मनाही है, लेकिन उनकी गाड़ियों पर चार-चार लोग बैठे देखे गए थे.
वीआईपी ने तोड़े लॉकडाउन के कानून
बता दें कि राजस्थान के कोटा से अपनी संतान को नवादा लाने के मामले में आलोचना ङोल रहे भाजपा विधायक अनिल सिंह के बाद इस तरह का दूसरा मामला है. इसी तरह पूर्णिया और अररिया के सांसदों पर भी लॉकडाउन तोड़ने के आरोप लग चुके हैं.