नवादा। जिले के वनक्षेत्र रजौली पश्चिमी के दिबौर स्थित चितरकोली गांव के वन क्षेत्र से लकड़ी लाने के दौरान केयरटेकर व ग्रामीणों के बीच मारपीट की घटना हो गयी। जिसमें महिला पुरूष ग्रामीण के साथ केयर टेकर चोटिल हुए। जलवान की सूखी लकड़ी लाने के दौरान हुई मारपीट में गांव के सोना देवी पति राजू सिंह एवं घनश्याम सिंह पिता शिवन सिंह बुरी तरह से घायल हो गए। जिसे गांव के लोगों ने अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया। हालांकि इस दौरान मारपीट की घटना के बाद वन विभाग के लोग भी गांव के घरों में छिपकर अपने आपको बचाए रखा।
उसके बाद रजौली पुलिस को इसकी सूचना दी गई सूचना के बाद थाने घटनास्थल पर पहुंचकर लोगों को सही सलामत लेकर वापस आए। सोना देवी ने बताया कि वह जंगल से सूखी जलावन की लकड़ी लेकर आ रही थी इसी बीच केयरटेकर महिला पुरुष लोग के साथ मारपीट करने लगे एक दिन पूर्व उसकी पत्नी के साथ मारपीट इन लोगों के साथ किया गया था। दूसरे दिन जंगल से लकड़ी लाने के लिए दौरान केयरटेकर के द्वारा लाठीचार्ज कर दी गई है, जिससे सर फट गया है।
लकड़ी काटने से किया था मना
इधर केयरटेकर वीणा कुमारी ने इलाज करने के दौरान बताई कि हम लोग भ्रमण करने के लिए जंगल की ओर गए थे। इसी दौरान चार पांच लोगों का झुंड आया तो उन्हें समझाते हुए कहा कि अगर आप लोग लकड़ी काटेंगे तो आप लोगों का ही नुकसान होगा। पेड़ पौधे नहीं रहेंगे तो हम लोग जीवन यापन कैसे कीजिएगा। इसलिए जंगल का लकड़ी मत काटिए, हमलोग अगर इसका बचाव कर रहे हैं घर नहीं ले जाएंगे। इसी बीच 40 से 50 की संख्या में शराब के नशे में आकर हमला कर दिया एवं मारपीट की। मुक्का लात से हम महिला केयर टेकर को भी मारा पीटा जाने लगा।
ग्रामीणों के हमले में महेंद्र प्रसाद, अजय प्रसाद, चांदनी कुमारी, विणा कुमारी, उमेश पासवान, रामजी सिंह, रेखा देवी, पूनम कुमारी, क्रांति कुमारी, लक्ष्मी कुमारी, अर्जुन राम, ललिता कुमारी, गुड़िया कुमारी चोटिल हो गई।ये लोग भाग लेते भाग रहे थे और ग्रामीण लोग पिछे पत्थर फेंक कर मारते जा रहे थे।जिसके बाद हमलोग भाग अपने आपको बचाने में सफल हो सके। दोनों ओर से घटना को लेकर थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराने की बात कही गई है।
झारखंड से आकर बस गए हैं यहां, हर दिन पेड़ों को पहुंचा रहे हैं नुकसान
दिबौर के बगल वाले जंगली क्षेत्र के महुआटांड़ ,बंदरचुआं, एवं चपवातरी सहित अन्य जगहों पर करीब डेढ़ से 200 की संख्या में झारखंड के रांची जिले के खूंटी से आकर लोग बस गए हैं। जिनके द्वारा जंगल को बर्बाद किया जा रहा है। ये लोग पूरी तरह से जंगल को साफ करने में लगे हुए हैं। बड़े-बड़े पेड़ों को काटकर घर बना लिए हैं। वे लोग जमीन तैयार कर खेती कर रहा है। साथ ही साथ जंगली जानवरों को भी मार कर खा रहे हैं और जंगली जानवरों के चमड़े की तस्करी कर रहे हैं। जिसकी शिकायत जिलाधिकारी, वन प्रमंडल पदाधिकारी एवं वनों के क्षेत्रीय पदाधिकारी वनपाल एवं वनरक्षी से भी किया गया है। लेकिन उनके खिलाफ वन विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
इधर छोटे मोटे सूखी लकड़ी लाने वाले ग्रामीण लोगों के साथ मारपीट की गई है। उन्होंने कहा कि गांव वाले एवं वन विभाग के बीच झड़प हो गई। जिसमें दो लोग जख्मी हो गए हैं। वन विभाग की कर्मियों को इस तरह से मारपीट ना करके कानूनी कार्रवाई प्रक्रिया के तहत करनी चाहिए थी। मारपीट करनी तो कानूनन अपराध है। वहीं थानाध्यक्ष दरबारी चौधरी ने कहा कि दोनों पक्षों से आवेदन मिला है,जांच कर कार्रवाई की जाएगी।