कंचनजंगा एक्सप्रेस हादसा : गार्ड आशीष डे ने बेटी के साथ मनाया आखिरी फादर्स डे, सेलिब्रेशन के लिए बदलवाई थी ड्यूटी, हादसे में हुई मौत

सोमवार को बंगाल में बड़ा रेल हादसा हुआ। इस हादसे में करीब 10 लोगों की मौत हो गई। वहीं कई लोग घायल हो गए। मुतकों में कंचनजंगा एक्सप्रेस के गार्ड आशीष डे भी शामिल है। आशीष डे की मौत रेल हादसे में हो गई। लेकिन आशीश की कहानी दिल को झकझोर देने वाली है। कहा जाता है कि होनी को कौन टाल सकता है। जब जिसको इस दुनिया से जाना होगा वो चला ही जाएगा। आशीष की कहानी भी कुछ ऐसा ही है। आशीष की ड्यूटी 16 जून को किसी अन्य ट्रेन पर थी लेकिन उन्होंने फादर्स डे के दिन अपनी बेटी के साथ समय बिताने के लिए अपना ड्यूटी रोस्टर चेंज कराया था।
वहीं अगले दिन 17 जून को उन्होंने सिलीगुड़ी स्टेशन से ड्यूटी ज्वाइन की थी, लेकिन डेढ़ घंटे के बाद की कंचनजंगा एक्सप्रेस हादसे का शिकार हो गई। इसमें आशीष की भी जान चली गई। इस हादसे के बाद आशीष के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। जानकारी अनुसार आशीष डे सिलीगुड़ी नगर निगम के वार्ड नंबर 32 स्थित सुकांत पल्ली के निवासी हैं। उन्हें शताब्दी एक्सप्रेस में गार्ड बनकर जाना था, लेकिन फादर्स डे के मौके पर अपनी बेटी के साथ वक्त बिताने के चलते उन्होंने अपनी ड्यूटी बदल दी और गार्ड के रूप में सोमवार की सुबह सियालदह जाने वाली कंचनजंगा एक्सप्रेस में सवार हो गए।
वहीं ड्यूटी ज्वाइन करने के डेढ़ घंटे बाद की उनकी मौत हो गई। दरअसल, सियालदह के पास एक मालगाड़ी ने कंचनजंगा एक्सप्रेस को पीछे से टक्कर मार दी। इस हादसे में गार्ड कोच सहित ट्रेन के दो डिब्बे पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए। इस हादसे में लोको पायलट, को-लोको पायलट और कंचनजंगा के गार्ड आशीष डे की मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया, आशीष का शरीर मुड़ गया था और कुंडल का आकार ले लिया था। उनके शव को उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज से निकालकर उनके घर ले जाया गया और उनकी बेटी और पत्नी अपने परिवार के व्यक्ति को मृत देखकर रोने लगीं। उनके निधन के बाद से डे की पत्नी और बेटी कई बार बेहोश हो रही हैं।
उनके परिवार के अनुसार, आशीष फादर्स डे पर अपनी बेटी के साथ कुछ और वक्त बिताने के लिए अपना ड्यूटी रोस्टर बदल दिया था। उनकी बेटी एक कॉलेज छात्रा है और कोलकाता में रहती है. वे सभी फादर्स डे के दिन अपने घर पर इकट्ठा हुए थे और इसकी अगली सुबह वह अपने घर से न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन से ड्यूटी ज्वाइन कर ली। वहीं आशीष की इस दिल दहला देने वाली हादसे में मौत हो गई। वहीं उनकी बेटी और पत्नी की रो रोकर बुरा हाल है।