नालंदा में तीन साल के बाद निकाली गई 701 फिट की कावड़ यात्रा, हर साल बढ़ाई जाती है 50 फीट लम्बाई

NALANDA: सावन का महीना अब खत्म होने को है। इस बार सावन दो महीनों के लिए था। इन दो महीनों में शिव भक्तों ने पूरी भक्ति और श्रद्धा के साथ महादेव की पूजा-अर्चना की है। वहीं सावन की अंतिम सोमवारी को लेकर भी भक्त अत्यधिक उत्साहित है। इसी कड़ी में नालंदा से एक भक्ति भाव से भरी खबर सामने आई है। जहां भक्तों के द्वारा 701 फीट की कावड़ यात्रा निकाली गई है। बताया जा रहा कि यह कावड़ यात्रा हर साल निकाली जाती है। और प्रत्येक वर्ष कावड़ की लंबाई 50 फीट बढ़ती है। वहीं भक्तगण फतुहा से गंगाजल भर बाबा सिद्धेश्वर नाथ मंदिर में जलाभिषेक करते हैं।
दरअसल, नालंदा के एकंगरसराय से मां काली कांवरिया संघ के तत्वाधान में शनिवार को 701 फिट की कावड़ यात्रा निकाली गई। कावड़ यात्रा में सैकड़ों कांवरिया शुक्रवार की शाम एकंगरसराय से निकल कर पटना के फतुहा स्तिथ त्रिवेणी धाम पहुंचे। जहां से कावड़ में गंगाजल भर कर शनिवार को 701 फिट की कावड़ लेकर फतुहा से होते हुए दनियावां, हिलसा मार्ग से एकंगरसराय पहुंच अपने गंतव्य जहानाबाद के वानावर स्थित बाबा सिद्धेश्वर नाथ मंदिर में जलाभिषेक करने के लिए कांवरियों का जत्था प्रस्थान कर गया। वहीं इसके पूर्व कावड़ यात्रा जैसे ही एकंगरसराय पहुंचा तो लोगो ने भव्य रूप से स्वागत किया।
वहीं कावड़ यात्रा के आयोजक सह एकंगरसराय पैक्स अध्यक्ष अरुण सिंह ,संरक्षक राजीव प्रसाद सिंह ने बताया कि 25 अगस्त को देर शाम एकंगरसराय काली स्थान से कावड़ लेकर सैकड़ों श्रद्धालु विभिन्न वाहनों के माध्यम से फतुहा त्रिवेणी घाट पहुंचे। उसके बाद 26 अगस्त को अहले सुबह कावड़ के साथ यह यात्रा प्रारंभ हुई। जो फतुहा ,दनियावां, हिलसा, एकंगरसराय, इस्लामपुर होते हुए 26 अगस्त की रात्रि को हुलासगंज में विश्राम करेगी। उसके बाद 27 अगस्त के अहले सुबह कावर यात्री कावर लेकर वाणावर स्थित वावा सिद्धेश्वर नाथ मंदिर में जलाभिषेक करेगी।
2011 में हुई थी शुरुआत
बता दें कि, कावड़ यात्रा की शुरुआत एकंगरसराय काली स्थान से वर्ष 2011 में हुई थी। जब कावड़ की लंबाई 251 फीट रखी गई थी। उसके बाद प्रत्येक वर्ष इसकी लंबाई 50 फीट बढ़ाया जाता रहा है। वर्ष 2012 में 301 फीट, 2013 में 351 फीट, 2014 में 401 फीट , 2015 में 451 फीट, 2016 में 501 फीट, 2017 में 551 फीट, 2018 में 601 फीट, 2019 में 651 फीट लंबी कावड़ यात्रा निकाली गई। कोरोना के कारण वर्ष 2020-21 और 22 में 3 वर्षो तक यात्रा को स्थगित रखा गया था। इस इस बार पुनः इस कावड़ यात्रा को प्रारंभ किया गया है। इस बार इसकी लंबाई 701 फीट रखी गई है।