पटना... किसान आन्दोलन के समर्थन में आज बिहार के सभी जिला मुख्यालय में प्रतिरोध मार्च एवं सभा का आयोजन किया गया है। यह आयोजन किसान समन्वय समिति द्वारा किया गया है, जिसमें बिहार के सभी किसान संगठन जुड़े हैं।
इससे पहले रविवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी ने किसानों के अधिकारों को लेकर आंदोलन तेज करने की घोषणा की है। पार्टी के राज्य सचिव कुणाल ने रविवार को कहा कि सरकार किसानों के चल रहे आंदोलन की समस्या को हल करने में अपनी विफलता से ध्यान हटाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है। जबकि, उसका असली मकसद भारतीय व विदेशी कारपोरेट को बढ़ावा देना और देश की खेती-किसानी को बर्बाद करना है।
किसान आंदोलन और तेज होगा। 29 दिसंबर को राजभवन मार्च का आयोजन किया जाएगा। इसके पहले 15 से 28 दिसंबर तक राज्य में किसान बचाओ-देश बचाओ अभियान के तहत किसान संघर्ष यात्रा निकाली जाएगी। नुक्कड़ सभाओं का आयोजन कर तीनों काले कृषि कानूनों व प्रस्तावित बिजली बिल 2020 की सच्चाई से किसानों को वाकिफ करवाया जाएगा।