Patna: कोरोना की दूसरी लहर से देश के कई राज्य बुरी तरह प्रभावित हो चुके हैं ।आंकड़ों पर गौर करें तो कोरोना की दूसरी लहर काफी ज्यादा खतरनाक है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि कोरोना वायरस कि दूसरी लहर में इसके आक्रमकता 300 गुना ज्यादा है ।वहीं दूसरी तरफ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन परिस्थितियों के लिए संबंधित राज्यों को जिम्मेदार ठहराया है।
*पिछले साल जुलाई में मिलते थे 60 हजार मरीज इस बार मार्च में हीं मचा रहा है कहर*
जिन राज्यों में कोरोना वायरस तेजी से पांव पसार रहा है वहां के आंकड़े पर गौर करें तो वायरस में 300 गुना ज्यादा आक्रमकता है ।आंकड़े बता रहे हैं कि पिछले साल जुलाई महीने में 60 हजार से ज्यादा केस मिल रहे थे वहीं इस बार यह मार्च में ही यह देखने को मिल रहा है। बता दें कि पिछले साल मार्च माह में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े थे हालांकि उस दौरान प्रतिदिन औसतन 187 संक्रमित मरीज मिल रहे थे और जुलाई में हर दिन 60 हजार से ज्यादा मरीज मिलने लगे थे। लेकिन इस बार कोरोना वायरस में मार्च के महीने में ही 60 हजार से अधिक आंकड़ा छू लिया है। बीते 30 दिन में तीन लाख से ज्यादा सक्रिय मरीज मिल चुके हैं।
विशेषज्ञों का कहना है की इस बार कोरोना को नियंत्रित करना ज्यादा मुश्किल है। इतना ही नहीं कोरोना से मरने वालों की संख्या में भी 200 गुना वृद्धि दर्ज की जा रही है। चिकित्सक बता रहे हैं की अगर स्थिति ऐसी ही रही तो इस महामारी पर नियंत्रण करना मुश्किल होगा।
कोरोना महामारी का मैथमेटिकल आकलन करने वाले इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के पूर्व प्रोफेसर रिजो एम जॉन बताते हैं कि पिछले साल और इस साल की तुलना करने पर पता चलता है कि इस बार वायरस की ताकत पहले से 300 गुना ज्यादा है। इसमें वायरस के नए-नए म्यूटेशन से उसे मदद मिली है। इतना ही नहीं ब्राजील, ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका से पूरी दुनिया में फैले नए वायरस के नए स्ट्रेन काफी तेज हैं।