PATNA: बिहार की सियासत इन दिनों गरमाई हुई है। राज्य में सियासी उथल-पुथल साफ देखने को मिल रहा है। जदयू की सियासी हलचल तेज है। वहीं ललन सिंह ने जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया है। जिससे राजनीति तेज हो गई है। वहीं कभी सीएम नीतीश कुमार के बहुत ही करीबी रहने वाले नेता और रालोजद प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने ललन सिंह के इस्तीफा को लेकर बड़ा बयान दिया है। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि, ललन सिंह अगर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रहते तो जदयू का अंत तय था। ललन सिंह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष से ज्यादा राजद के नेता हैं।
दरअसल, आज दिल्ली में जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारणी और राष्ट्रीय परिषद का बैठक हो रहा है। इस बैठक में ललन सिंह ने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया है। वहीं ललन सिंह के इस्तीफे को लेकर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि, राजनीति में कौन किसके साथ कितने दिनों से है यह मायने नहीं रखता है। उन्होंने कहा कि, हर परिस्थिति में जदयू को बरबाद ही होना हैं। ललन सिंह के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर रहेंगे तो जदयू का नुकसान ज्यादा होगा। अगर राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद नीतीश कुमार अपने हाथ में लेते हैं तो पार्टी कुछ दिन तक चल सकती है।
उन्होंने कहा कि, ललन सिंह अब जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रुप में कम काम कर रहे हैं और राजद के नेता के तौर पर ज्यादा। ललन सिंह का झुकाव राजद की तरफ है। ललन सिंह जदयू के कम राजद के ज्यादा हैं। नीतीश की राजनीति से कम और राजद की राजनीति से उनका रिश्ता ज्यादा है। लेकिन, हर परिस्थिति में जदयू को बर्बाद होना ही है।
उन्होंने कहा कि महागठबंधन में जाने से जदयू का नुकसान हुआ है। जदयू हर परिस्थिति में बरबादी की ओर बढ़ रही है। वहीं नीतीश कुमार के एनडीए में जाने पर उपेंद्र कुशवाहा ने बोला कि, अभी कोई संभावना की बात नहीं है। कभी ऐसी कोई परिस्थिति बनी नीतीश जी को एहसास हुआ और स्थिति आई तो हमने कहा कि मदद करेंगे। फिलहाल कोई संभावना नहीं है।