पटना यूनिवर्सिटी में जदयू की बड़ी जीत पर बोले ललन सिंह- बिहार के युवाओं को नीतीश पर भरोसा, केंद्र की जुमलाबाज सरकार को नकारा

पटना. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ़ ललन सिंह ने रविवार को कहा कि पटना यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव में जदयू को चार सीटों पर मिली जीत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर युवाओं के भरोसे की जीत है. उन्होंने कहा, बिहार के छात्रों और नौजवानों ने केंद्र की जुमला वाली सरकार को नकार दिया है. बिहार के युवाओं ने दिखाया है कि वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भरोसा करते हैं. यही कारण है कि पटना यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव में जदयू के छात्र संगठन को बड़ी जीत मिली है और भाजपा के एबीवीपी को युवाओं ने नकार दिया है. 

उन्होंने कहा कि पटना विश्वविद्यालय के छात्रों ने इस बार के छात्र संघ के चुनाव में सही उम्मीदवारों का चयन किया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार छात्रों और नौजवानों के बीच सर्वाधिक लोकप्रिय हैं. बिहार में रोजगार सृजन हो रहा है और यही सबसे बड़ा कारण है कि छात्र और नौजवान सीएम नीतीश पर भरोसा कर रहे हैं. पटना यूनिवर्सिटी के चुनाव में नीतीश कुमार पर भरोसे के कारण ही जदयू के छात्र संघ को बड़ी जीत मिली है. दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेरोजगारी दूर करने के लिए प्रति वर्ष दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था जो कहीं से पूरा नहीं हुआ. पीएम मोदी का वादा जुमला हो गया है. 

केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए ललन सिंह ने कहा कि आज की तारीख में भी केंद्र की ओर से कहीं से रोजगार सृजन पर कोई काम नहीं हो रहा है. हर जगह निजीकरण हो रहा है. केंद्र की सरकार रोजगार पर कोई चर्चा नहीं कर रही है. महंगाई बेरोजगारी ज्वलंत समस्या है लेकिन केंद्र सरकार का कोई ध्यान नहीं है. वहीं केंद्र के वनिस्पत बिहार में जब से महागठबंधन की सरकार बनी है तब से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लगभग प्रतिदिन नियुक्ति पत्र बांट रहे हैं. यह इस बात को दर्शाता है कि बिहार की महागठबंधन सरकार रोजगार के प्रति और नौजवानों के प्रति गंभीर है. यही कारण है पटना विश्वविद्यालय के छात्र संघ चुनाव में जदयू को बड़ी जीत मिली है. 


गौरतलब है कि पटना विश्वविद्यालय के छात्रसंघ चुनाव में जदयू को बड़ी सफलता मिली. शनिवार को हुए चुनाव का परिणाम जदयू के उत्साहजनक रहा. पीयू इलेक्शन में छात्र जदयू का परचम लहराया. अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, संयुक्त सचिव और कोषाध्यक्ष पद पर छात्र जदयू के प्रत्याशियों ने कब्जा जमाया. महासचिव का एक मात्र पद बीजेपी समर्थित एबीवीपी के खाते में गया. ललन सिंह ने कहा कि यह दर्शाता है कि राज्य के युवाओं और छात्रों का नीतीश कुमार में भरोसा है.