पटना: अपनी मृत्यु के लगभग तीन साल बाद, ताकतवर नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन का बिहार की सिवान लोकसभा सीट पर प्रभाव अभी भी है. मरहुम शहाबुद्दीन का प्रभाव आज भी कथित तौर पर सीवान हीं नहीं गोपालगंज में भी है. शायद यहीं वजह है कि लालू और तेजस्वी हेना शहाब को साधने की जुगत में लगे हैं. सीवान के पूर्व सांसद दिवंगत शाहबुद्दीन की विधवा हेना शहाब से मिलने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पहुंचे . सूत्रों के अनुसार इन तीनों नेताओं के बीच पटना के बोरिंग रोड स्थित एक वरिष्ठ राजद नेता के आवास पर मुलाकात हुई है.
इन नेताओं के बीच लगभग एक घंटे तक बातचीत हुई. सूत्रों के मुताबिक इससे पहले भी इस हफ्ते हेना साहेब दो बार लालू प्रसाद से मिल चुकी हैं. इस मुलाकात के बाद दोनों परिवारों के बीच संबंध मजबूत होने जा रहे हैं.
पूरे दो दशक तक शहाबुद्दीन सिवान के बेताज बादशाह रहे . लालू को MY (मुस्लिम यादव) फॉर्मूला उन्हें 2005 तक बिहार की सत्ता में टिकाए रखा. शहाबुद्दीन के निधन के बाद से आरजेडी में अपनी अनदेखी से हिना शहाब नाराज चल रही थीं. इस बार हेना शहाब सीवान से निर्दलीय मैदान में उतरीं और दूसरे नंबर पर रहीं. आरजेडी प्रत्याशी अवध बिहारी चौधरी तीसरे नंबर पर रहे थे. इस मुलाकात को हिना शहाब और लालू परिवार के बीच बिगड़े संबंध को फिर से मजबूत करने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है.
राजद सुप्रीमो लालू विधानसबा चुनाव से पहले अपने छिटके पुराने लोगों को एकजुट करना चाहते हैं. लोकसभा चुनावों में दोनों परिवारों के बीच खटास आ गयी थी. सीवान लोकसभा सीट से हेना शहाब ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था, जिसमें वो जदयू उम्मीदवार से पराजित हो गयी थीं. लेकिन राजद प्रत्याशी से काफी ज्यादा वोट हासिल किया था.
शहाबुद्दीन ने लालू का साथ कभी नहीं छोड़ा. शहाबुद्दीन की मौत के बाद राजद ने उनके परिवार से किनारा कर लिया था, जिसका राजनीतिक पंडितो के अनुसार उसे खामियाजा भी भुगतना पड़ा. बहरहाल विधानसभा चुनाव से पहले राजद सुप्रमो अब हिना शहाब से रिश्ते सुधारने की पहल में जुटे हैं, जिसका असर कुछ दिनों बाद बिहार के राजनीति में देखने को मिल सकता है.