पटना- बिहार में नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मचारी का दर्जा देने के लिए आयोजित होने वाली सक्षमता परीक्षा को लेकर शिक्षा विभाग और शिक्षक संघ आमने-सामने हैं. शिक्षक संघ के बड़े आंदोलन के ऐलान के बाद अब शिक्षा विभाग ने भी नया आदेश जारी कर दिया है. केके पाठक के निर्देश पर माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि सक्षमता परीक्षा के विरोध में शामिल होने वाले शिक्षकों पर शिक्षा विभाग कार्रवाई करेगा.शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने नियोजित शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा का विरोध करने वालों पर पर सख्त कार्रवाई का निर्देश भी दिया था. पाठक ने कहा था कि सक्षमता परीक्षा का विरोध करने वाले शिक्षकों के खिलाफ न सिर्फ केस दर्ज होगा वरन उनकी नौकरी भी जायेगी. इसका असर नियोजित शिक्षकों पर पड़ता नहीं दिख रहा है. नियोजित शिक्षक बुधवार को शिक्षा मंत्री विजय चौधरी के सरकारी आवास पर पहुंच गये और केके पाठक के फरमान की जमकर धज्जी उड़ाई.
सक्षमता परीक्षा और ट्रांसफर का विरोध करते हुए नियोजित शिक्षकों ने शिक्षा मंत्री विजय चौधरी के आवास को घेर लिया.नियोजित शिक्षकों का कहना है कि सरकार सक्षमता परीक्षा ऑनलाइन लेगी और तीन बार परीक्षा फेल होने पर शिक्षकों को हटा दिया जाएगा, सरकार के इस फैसले का हम विरोध करते हैं. उन्होंने कहा कि वे पंद्रह साल से काम कर रहे हैं.अब अगर दूर ट्रांस्फर होता है तो उनका परिवार बिखर सकता है.
नियोजित शिक्षकों का कहना है कि उन्हें जलील किया जा रहा है. कभी ट्रांसफर की बात की जाती है तो कभी नौकरी से निकाल देने की बात की जा रही है. उन्होंने सक्षमता परीक्षा का विरोध करते हुए कहा कि तीन परीक्षा लेकर सरकार क्या साबित करना चाहती है. यदि हम नहीं सफल हो पाते हैं तो भारी बेइज्जती होगी.
महिला शिक्षकों ने कहा कि 15 साल नौकरी करने के बाद अब परीक्षा देने की बात कही जा रही है, उन्होंने कहा कि सक्षमता परीक्षा हमारे सम्मान पर सबसे बड़ा प्रहार है. साथ में ट्रांसफर के लिए तीन ऑप्शन मांगा जा रहा है, हम अपने परिवार को छोड़कर कहां जाएं.
भारी संख्या में शिक्षा मंत्री विजय चौधरी के आवास के बाहर जमा नियोजित शिक्षको ने कहा कि सरकार शिक्षकों को प्रताड़ित करने का काम कर रही है. सक्षमता परीक्षा के द्वारा उन्हें जलील करने की कोशिश की जा रही है. रोज आदेस निकल रहे हैं, आखिर सरकार चाहती क्या है. शिक्षा मंत्री के आवास पर केके पाठक के फरमान का विरोध करने बड़ी संख्यामें महिला नियोजित शिक्षक पहुंची थी.