पटना. मंगलवार को लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व जमुई सांसद चिराग पासवान ने बिहार की नीतीश सरकार को बर्खास्तगी की मांग को लेकर अपनी पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ राजभवन मार्च निकाला था। इस दौरान चिराग पासवान हिरासत में ले लिये गये थे। साथ ही कार्यकर्तआओं पर लाठीचार्ज भी किया गया। इस पर अब चिराग नीतीश सरकार पर जमकर बरसे हैं। उन्होंने कहा कि 15 फरवरी को पटना में उनकी पार्टी द्वारा आयोजित बिहार बचाओ राजभवन मार्च में शामिल कार्यकर्त्ताओं के साथ मुख्यमंत्रीजी के इशारे पर पुलिस द्वारा बर्बरतापूर्वक कार्रवाई की गई। यह अलोकतांत्रिक है।
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता चंदन सिंह ने बताया कि आज पटना में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उपस्थित पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी एवं प्रदेश प्रधान महासचिव संजय पासवान सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए चिराग ने कहा कि हमारे कार्यकर्त्ताओं के साथ अपराधियों जैसा बर्ताव मौजूदा सरकार के निर्देश पर पुलिस प्रशासन द्वारा किया गया, जिसकी जितनी निंदा की जाय वह उतना कम है। चिराग ने कहा कि बिहार बचाओ राजभवन मार्च की शुरूआत हमलोगों ने लोकनायक जेपी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया और इसके पीछे हमारा संदेश यही है कि 1974 के छात्र आंदोलन के बाद बिहार में बदलाव के लिए हमारी पार्टी ने आंदोलन की शुरुआत कर दी है।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि खुद को छात्र आंदोलन की उपज बताने वाले मुख्यमंत्री जी छात्रों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं की पुलिस से पिटाई कैसे करवा सकते है? चिराग ने कहा कि मार्च का नेतृत्व जब मैं कर रहा था, तब सरकार को मुझपर प्राथमिकी दर्ज करानी चाहिए थी, लेकिन मुख्यमंत्री के इशारे पर मुझे छोड़कर मेरी पार्टी के कई वरीय नेताओं पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है, जो उनकी दमनकारी नीति को उजागर करता है। चिराग ने कहा कि क्या मुख्यमंत्री जी मुझसे डरते हैं कि मेरे उपर कार्रवाई करने से उन्हें राजनीतिक नुकसान हो जायेंगा। उन्होंने आरोप लगाया कि मेरी पार्टी और मेरे परिवार में विभाजन कराने के बाद अब मुख्यमंत्री जी फिर से मेरी पार्टी में फूट डालना चाहते हैं जो कि उनका स्वभाव है।
उन्होंने कहा कि मंगलवार राजभवन मार्च के दौरान मेरे संयमित और अनुशासित कार्यकर्ताओं को नुकसान पहुंचाने और हमारे मार्च को बदनाम करने की कई साजिश सरकार के ईशारे पर रची गयी थी। इतना ही नहीं मेरी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेश भट्ट को एक पुलिस पदाधिकारी ने गोली मारने की धमकी दी गई, जो अति निंदनीय और अलोकतांत्रिक है। लोजपा (रा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि मेरी मां 44 वर्षों से बिहार आ रही हैं पर पहली बार उन्हें कल मुझसे मिलने से प्रशासन द्वारा रोका गया जो बेहद अफसोसजनक है।